‘Cyber Rskshak’ Book : साइबर अपराधों की रोकथाम और जागरुकता की पुस्तक ‘साइबर रक्षक’ का CP ने विमोचन किया!

एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया ने अनुभव, केस स्टडीज़ और रिपोर्ट्स के आधार पर यह पुस्तक लिखी!

338

‘Cyber Rskshak’ Book : साइबर अपराधों की रोकथाम और जागरुकता की पुस्तक ‘साइबर रक्षक’ का CP ने विमोचन किया!

Indore : शहर में साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने तथा लोगो मे साइबर अपराधों के प्रति जन जागरुकता लाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इस तारतम्य में पुलिस आयुक्त (नगरीय) संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को पलासिया स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सभागृह में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) राजेश डंडोतिया की पुस्तक ‘साइबर रक्षक’ का विमोचन किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर (कानून व्यवस्था) अमित सिंह सहित शहर के अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। पुलिस आयुक्त ने पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि ‘साइबर रक्षक’ आज के डिजिटल युग की एक ज़रूरी दस्तक है। यह पुस्तक महज एक जानकारी का स्रोत नहीं, बल्कि हर आम और खास नागरिक के लिए चेतावनी, सावधानी और समाधान का समुचित मेल है। इस पुस्तक को वर्षों के अनुभव, सैकड़ों केस स्टडीज़ और अधिकारियों की रिपोर्ट्स आदि के आधार पर तैयार किया गया है। उन्होने बताया कि एक आम नागरिक, जो किताबें पढ़ने का अभ्यस्त न भी हो, फिर भी इसे सहजता से समझ सके और उसका लाभ उठा कर साइबर अपराधों के प्रति जागरूक हो, इसी को ध्यान में रखते हुए इसकी रचना की गई।

IMG 20250528 WA0015

इस पुस्तक में विभिन्न डिजिटल अपराधों, साइबर ठगी, ओटीपी फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग और ऑनलाइन ब्लैकमेल, डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन, सोशल मीडिया संबंधी फ्रॉड आदि विभिन्न साइबर अपराधों व उनसे बचने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है। इसमें साइबर अपराधों का शिकार होने वाले अशिक्षित या तकनीकी ज्ञान से वंचित लोगों एवं कई ऐसे प्रबुद्ध, शिक्षित और समझदार लोगों के अनुभवों को भी शामिल किया गया, जो धोखे का शिकार हुए है।

IMG 20250528 WA0013

‘साइबर रक्षक’ पुस्तक के बारे में लेखक राजेश दंडोतिया ने बताया कि पुलिस कमिश्नर इंदौर संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन व परिकल्पना के अनुसार ही उक्त पुस्तक की रचना की गई है। साइबर सुरक्षा केवल पुलिस या तकनीकी विशेषज्ञों का विषय न होकर, समाज के हर वर्ग की ज़रूरत व वर्तमान समय की आवश्यकता है। चाहे वह विद्यार्थी , शिक्षक, अभिभावक, वरिष्ठ नागरिक या छोटे व्यवसायी हो, हर किसी को डिजिटल सुरक्षा की बुनियादी समझ आवश्यक है।

पुस्तक में वास्तविक घटनाओं के ज़रिए बताया गया है कि कैसे मामूली सी लापरवाही बड़े आर्थिक और मानसिक नुक़सान में बदल सकती है। ‘साइबर रक्षक’ के माध्यम से इंदौर पुलिस का उद्देश्य आम जन मे साइबर अपराधों के प्रति जन जागरुकता लाना है। इस पुस्तक में साइबर अपराधो के प्रकार एवं उनसे बचने के तरीके बताए गए है। यह पुस्तक आम नागरिक ऑनलाईन प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट, अमेजॉन से भी खरीद सकते हैं।