मार्च में रिटायर हो रहे DGP, नये DGP के लिए तीन वरिष्ठ IPS का पैनल UPSC जाएगा, जानिए किनको मिल सकता है मौका

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भोपाल: मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी का कार्यकाल अगले साल मार्च में समाप्त हो जाएगा। इसलिए राज्य सरकार ने नये डीजीपी की नियुक्ति के लिए कवायद शुरु कर दी है। दिसंबर अंत तक गृह मंत्रालय वरिष्ठता के आधार पर तीन आईपीएस अफसरों का पैनल बनाकर संघ लोक सेवा आयोग को भेजेगा जिनमें से एक के नाम पर मुहर लगेगी। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अफसरों में से सुधीर सक्सेना या पवन जैन को मध्यप्रदेश का नया डीजीपी बनने का मौका मिल सकता है।
वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी की नियुक्ति पिछले साल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी। उनकी नियुक्ति दो साल के लिए की गई थी। जौहरी का रिटायरमेंट पिछले साल सितंबर में था लेकिन दो साल के लिए नियुक्ति की वजह से अब वे मार्च में रिटायर होंगे। जौहरी की नियुक्ति के कुछ दिन बाद ही प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर गई थी। लेकिन जौहरी की कार्यप्रणाली को देखते हुए भाजपा सरकार ने उन्हीं को डीजीपी रखने का निर्णय लिया था।
मार्च में जौहरी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है ऐसे में राज्य सरकार को नए डीजीपी के चयन की प्रक्रिया दिसंबर माह में ही शुरु करना होगा। राज्य सरकार वरिष्ठता के आधार पर तीन आईपीएस अधिकारियों के नामों का पैनल तय करके दिसंबर में संघ लोक सेवा आयोग को भेजेगी। दिल्ली से इसमें से एक अधिकारी का नाम फाइनल किया जाएगा। उसके बाद राज्य सकार मध्यप्रदेश में नये डीजीपी की नियुक्ति के आदेश जारी कर पाएगी। मौजूदा परिस्थतियों और वरिष्ठता के आधार पर वर्तमान में दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर तैनात सुधीर सक्सेना और सीनियर आईपीएस अधिकारी डीजी होमगार्ड्स पवन जैन में से एक अधिकारी को प्रदेश का अगला पुलिस महानिदेशक बनाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार पुलिस महानिदेशक बनने वाले अधिकारी का कार्यकाल कम से कम छह माह शेष होना जरुरी है। जबकि इनकी नियुक्ति दो साल के लिए की जा सकती है।