कैंसर के इन Symptoms को ना करें नजरअंदाज

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कैंसर के इन Symptoms को ना करें नजरअंदाज

कैंसर ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाती है। अगर सही समय में इसका पता न चले तो कैंसर रोगी को बचा पाना लगभग नामुमकिन हो जाता है।

ऐसे में जरूरी हैं कि कैंसर के शुरूआती लक्षणों की पहचान करते हुए समय पर इसका इलाज किया जाए। कई बार शरीर में होने वाले सामान्य से बदलाव या लक्षण बड़ी बीमारी की वजह हो सकते हैं। जितनी जल्दी कैंसर की उपस्थिति का पता चलता है, उतना ही बेहतर रोग का निदान होता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानतें है क्या हो सकते हैं कैंसर के शुरूआती लक्षण।

लंबे समय तक होने वाला दर्द

शरीर के किसी भी हिस्से में लंबे समय तक दर्द का बने रहना। दवाओं के बावजूद असर न होना। कोई बीमारी न होने के बावजूद दर्द का रहना, असहज महसूस होना। ऐसे में पर्याप्त जांच जरूरी है। डॉक्टर्स कहते हैं कि लगातार छाती, फेफड़े में दर्द या सिरदर्द, पेट में दर्द की समस्या है तो जांच करानी चाहिए। हालांकि इस दर्द का सीधा मतलब ये नहीं है कि आपको कैंसर है लेकिन ये दर्द इग्नोर नहीं किए जाने चाहिए।

 शरीर में गांठ का दिखना

एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के शरीर में अचानक ही कोई गांठ उभर आए, तो उसे इग्नोर करना खतरनाक हो सकता है। शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ धीरे-धीरे बड़ी हो जाती है, जो कैंसर या सिस्ट का रूप ले लेती है। कई बार गांठ अपने आप ठीक भी हो जाती है, लेकिन गांठ में दर्द हो या खून निकले तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

वजन घटना

कैंसर वाले लोगों में वजन कम होना आम है। यह रोग का पहला दिखाई देने वाला लक्षण हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार 40 प्रतिशत लोगों का कहना है कि जब उन्हें पहली बार कैंसर का पता चला था तो उनका वजन कम हो गया था। डॉक्टर “कैशेक्सिया” नामक वजन घटाने के सिंड्रोम का उल्लेख करते हैं, जो कि बढ़े हुए चयापचय, अस्थि मांसपेशियों की हानि, थकान, भूख की कमी और जीवन की गुणवत्ता में कमी की विशेषता है।

 लगातार खांसी होना

मौसम और प्रदूषण के चलते कई लोग खांसी जैसी सामान्य समस्या का सामना करते हैं। वहीं लगातार खांसते रहना और खांसते समय छाती में दर्द होना कैंसर के संकेत हो सकते हैं। लंबे समय तक खांसी का होना लंग्स या थायरोइड कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो उसे इग्नोर न करें।

 मूत्राशय से जुड़ी दिक्कतें

अगर आपके मूत्राशय या पेशाब की आदतों में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है तो यह कैंसर के शुरुआत का संकेत भी हो सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपके पेशाब से खून की समस्या हो रही है तो यह मूत्राशय या गुर्दे से जुड़े कैंसर का संकेत हो सकता है। टॉयलेट की आदतों में बदलाव को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। अगर आप पेशाब करते वक्त दर्द या दिक्कत का सामना कर रहे हैं तो ऐसे में आपको चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

अत्यधिक थकान

जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन की रिपोर्ट में कहा गया है कि छिपे हुए कैंसर के कारण होने वाली थकान उस तरह नहीं है जैसा आप दिन भर के काम या खेल के बाद महसूस करते हैं। अत्यधिक थकान जो आराम करने से ठीक नहीं होती है, वह कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। कैंसर रिसर्च यूके नामक एक चैरिटी के अनुसार, सुबह उठना मुश्किल होना अक्सर थकान का एक स्पष्ट संकेत होता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि आप थके हुए हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है। थकान के बहुत सारे कारण होते हैं, उनमें से कई कैंसर से संबंधित नहीं होते हैं। यदि आपके लक्षण काफी गंभीर हैं, तो अपने डॉक्टर को बुलाएं।

 आंत की आदतों में बदलाव

अगर आपकी आंतों से जुड़ी आदतों में लगातार बदलाव हो रहे हैं तो इसे सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज नही किया जाना चाहिए। अगर आपको मल त्याग करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है या फिर पहले की तरह मलत्याग नहीं हो रहा तो यह समस्या कोलन कैंसर का लक्षण हो सकती है। ऐसी समस्या में चिकित्सक की राय के अनुसार जांच के बाद उचित उपचार किया जाना चाहिए।

बार-बार आने वाला बुखार

बुखार सर्दी और फ्लू का एक सामान्य लक्षण हो सकता है, और यह अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन अगर बुखार का कैंसर से संबंध है, तो कुछ निश्चित संकेत हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए। क्या बुखार बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार आता है या क्या आपको ज्यादातर रात में बुखार आता है। आपके पास संक्रमण के कोई अन्य लक्षण नहीं हैं। तो बुखार का कारण क्या है। क्या आपको रात में पसीना आता है। यदि हां, तो जांच कराइये।