छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर में पानी में तैरने वाले मिट्टी के दिए बिक रहे हैं जोकि जलाने के बाद पानी में भी तेरा करते हैं जहां इन दियों को खरीदने कलेक्टर छतरपुर शीलेंद्र सिंह भी पहुंच गए और वहां जाकर इन दियों सहित मिट्टी के खिलौने और घरों में सजाने वाले मिट्टी के सामान खरीदे।
जानकारी के मुताबिक कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जिला पंचायत के सामने स्वसहायता समूह की प्रदर्शनी लगी हुई थी जहां कलेक्टर ने गुजरते समय अपनी गाड़ी रोकी और प्रदर्शनी में दिए खरीदने पहुंच गए। कलेक्टर को देख वहां भारी भीड़ जमा हो गई और कलेक्टर का चलते ही आला अधिकारी भी वहां पहुंच गए जिनमें जिला पंचायत CEO, ADM, नगर पालिका CMO सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी आमजन पहुंच गए और दिए खरीदने लगे और देखते ही देखते उसके अच्छे खासे दिए और अन्य सामान बिक गये।
दिए खरीदकर ज़ाब कलेक्टर साहब जाने लगे तो हमने उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि हमने मिट्टी के दिये खरीदे हैं यदि यह बहुत अच्छे दिए हैं मिट्टी के दिए और मिट्टी के खिलौने स्थानीय उत्पाद हैं इन्हें स्थानीय सरकारों द्वारा बनाया गया है हिंदुओं की खासियत यही है यह पानी में तैरते भी हैं। जैसा कि लोग पानी में तैरने के लिए आर्टिफिशियल दीपक खरीदते हैं तो बेहतर होगा कि हम मिट्टी के बने इन दियों को खरीदें, जिन्हें हम घर में जला कर रख भी सकते हैं और पानी में तेरा भी सकते हैं। यह उन आर्टिफिशियल दियों और खिलौनों से बेहतर और अच्छे दिए हैं जोकि पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं स्थानीय कलाकारों के लिए प्रोत्साहन है उनके रोजगार के साधन भी हैं।
मेरी आमजन और सभी शहर, जिले, वासियों और लोगों से अपील है कि मिट्टी के बने दिए खरीदें उन्हीं से दीपावली मनाएं जिससे स्थानीय कलाकारों शिल्पकारों को रोजगार मिलेगा उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा उनका रोजगार बढ़ेगा और प्रतिभा को निखारने का अवसर भी मिलेगा।
बाईट- शीलेन्द्र सिंह (कलेक्टर छतरपुर)