ED Raids Saurabh’s Relatives’ House : सौरभ शर्मा के रिश्तेदार भी ED के निशाने पर, ग्वालियर और जबलपुर में छापेमारी!
दोनों शहरों में सख्त घेराबंदी, तलाशी और परिवार के सदस्यों से पूछताछ!
Gwalior / Jabalpur : आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कस रहा है। भोपाल के अलावा ग्वालियर और जबलपुर में भी ईडी की टीम पहुंची। शुक्रवार सुबह से ग्वालियर में उसके पैतृक घर समेत प्रदेश में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। बहोड़ापुर इलाके के विनय नगर सेक्टर-2 में सौरभ शर्मा के बंगले पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के लिए पहुंची।
टीम ने घर में आते ही मेन गेट बंद कर दिया गया। बंगले के अंदर और बाहर हथियारों से लैस सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती दिखी। किसी भी सदस्य को घर के बाहर नहीं आने दिया गया। अंदर करीब एक दर्जन अधिकारियों ने कमरे से लेकर बाथरूम तक का कोना-कोना छान रहे हैं। इससे पहले सौरभ शर्मा के भोपाल के ठिकानों और उसके साथी चंदन गौर की कार से करीब 300 किलो सोना-चांदी और करोड़ों रुपए कैश बरामद हो चुके हैं।
टीम ने अंदर दो बैग मंगवाए
घर के अंदर कार्रवाई कार्रवाई में शामिल टीम के सदस्यों के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं है। करीब चार घंटे की जांच के बाद बैग घर के अंदर 2 बैग मंगवाए गए। अब तक इस कार्रवाई में क्या कुछ मिला है इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी बाहर निकलकर नहीं आई। लेकिन, बताया जा रहा कि अधिकारी घर का चप्पा चप्पा खंगाल रहे हैं।
सौरभ की मां यहीं रहती हैं
सौरव शर्मा ने इस घर में कार्रवाई की एक बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि सौरभ शर्मा पिछले चार-पांच साल से भोपाल में रह रहा था। लेकिन, उसके ग्वालियर स्थित पैतृक बंगले पर उसकी मां उमा शर्मा रहती हैं जो अक्सर सौरभ के पास भोपाल आया जाया करती थीं। सौरभ शर्मा के रिश्तेदार और रिटायर्ड डीएसपी मुनीष राजोरिया ने बताया कि पहले तो सौरभ शर्मा सीधा-साधा लड़का था और यही रहा करता था। लेकिन, पिछले 4-5 सालों से भोपाल रह रहा हैं। हालांकि वो अकसर ग्वालियर के इस बंगले पर भी आता रहता है।
स्थानीय पुलिस को शामिल नहीं किया
आज सुबह से सौरभ शर्मा के बंगले पर चल रही कार्रवाई को लेकर भी पूर्व डीएसपी ने कहा कि यहां अब तक लोकल पुलिस दिखाई नहीं दी। जबकि, लोकल टीम का भी इन्वॉल्वमेंट होना चाहिए। साथ ही आसपास के स्वतंत्र गवाहों को भी साथ में लेना चाहिए था। क्योंकि, नहीं तो न्यायालय में इनके गवाहों पर प्रश्न उठ सकते हैं। केस के लिए यह ठीक नहीं है। इससे निष्पक्ष कार्रवाई हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम शामिल हो सकते हैं जिनके नाम इस कार्रवाई में उजागर होना संभव नहीं लगता। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा की जान को खतरा है, शायद इसी वजह से वह वापस नहीं आ पा रहा है।
जबलपुर में सौरभ के साले के यहां कार्रवाई
जबलपुर में बिल्डर रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। उसे सौरभ शर्मा का साला बताया जा रहा है। इससे रोहित के सहयोगियों में हड़कंप है। जबलपुर के शास्त्री नगर में रोहित तिवारी का घर है। ईडी टीम के सदस्य जिन गाड़ियों से पहुंचे, उन पर ‘प्रेस’ लिखा था। बताया जा रहा है कि रोहित तिवारी जबलपुर में रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा हुआ है।
ईडी की टीम रोहित तिवारी के परिवार से पूछताछ कर रही है। घर को चारों तरफ से बंद कर दिया गया है। परिवार से पूछताछ की जा रही है। कोई भी सदस्य घर के अंदर या बाहर नहीं जा सकता है। इसके लिए सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किए गए।