चुनावी तकरार: तीखे होते नेताओं के हमले,तेज होते वार-पलटवार

आक्रमकता के साथ चुनाव में उतरने के संकेत

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चुनावी तकरार: तीखे होते नेताओं के हमले,तेज होते वार-पलटवार

 भोपाल:प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को भले ही अभी 6 महीने के लगभग का समय बचा हो, लेकिन पक्ष और विपक्ष के नेताओं में वार-पलटवार के साथ ही उनकी चुनावी तकरार तेज होती जा रही है। तीखी जुबानी जंग दोनों ही दलों के ऐसे नेताओं के बीच हो रही है, जो अपने-अपने दल के लिए चुनाव में सबसे अहम रोल में हैं। चुनावी तकरार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय भी कूद गए हैं। कांग्रेस की ओर से उनके परिवार पर हो रहे हमले के बाद कार्तिकेय ने संतुलित शब्दों में कांग्रेस को नसीहत तक दी है।

प्रदेश में आमतौर पर इनते तीखे हमलों से विधानसभा चुनाव की शुरूआत नहीं होती है। इस बार चुनाव पूर्व भाजपा और कांग्रेस की तैयारियों में दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखे हमले करने लगे हैं। भाजपा की ओर से होने वाले हमले के केंद्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह होते हैं। इसी तरह कांग्रेस की ओर से होने वाले हमले का टारगेट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा रहते हैं।

*वीडी का हमला*
पिछले तीन दिनों से सुर्खियों में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा का कमलनाथ पर हमला है। इसके बाद कमलनाथ का जवाब और फिर वीडी शर्मा का कमलनाथ- दिग्विजय सिंह को चैलेंज चर्चा में बना हुआ है। वीडी शर्मा ने रविवार को आरोप लगाया था कि सिख दंगों में सज्जन जेल में, जगदीश पर चार्जशीट, अब कमलनाथ की बारी है।  देश में हुए 1984 के सिख दंगों में एक नहीं हजारों लोगों के नृशंस  हत्याए हुई थीं।  सीबीआई की जांच में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन कुमार जेल के अंदर हैं। जगदीश टाइटलर के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट पेश की है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर 84 के दंगों में शामिल होने का आरोप है।

*कमलनाथ का पलटवार*
इस हमले पर पलटवार करते हुए कमलनाथ ने सोमवार को अनूपपुर में कहा था कि वीडी शर्मा अपने दो नंबर के कामों पर पर्दा डालने के लिए मुझ पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि 1984 दंगों के बाद 1985, 1987, 1989 में कोई एफआईआर नहीं हुई। अब तक कोई एफआईआर नहीं हुई। भाजपा को कुछ कहने के लिए नहीं बचा है, इसलिए यह झूठे आरोप लगा रहे हैं।

… *और वीडी  ने दिया चैलेंज*
नाथ के आरोप के कुछ घंटे बाद ही वीडी शर्मा ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुनौती दे दी। उन्होंने चैलेंज करते हुए कहा कि मेरे संबंध में एक भी सबूत निकाल कर बताएं। छिंदवाड़ा की गरीब- आदिवासियों का हक मारकर कमलनाथ अरबपति बनें हैं। कमलनाथ को बताना चाहिए कि 1984 के दंगों में उनकी क्या भूमिका थी। आयोग ने उन्हें सस्पेक्टेड क्यों माना है।

*कार्तिकेय का कांग्रेस पर निशाना*
सीएम शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय ने कांग्रेस के एक ट्वीट पर कहा कि मेरी मां 32 साल से पिताजी के पीछे ताकत बनकर खड़ी रहीं। सुख-दु:ख में संबल बनीं, लेकिन कांग्रेस हर बात में राजनीति देखती है। जनता की सेवा मेरे पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है। परिवार के लिए समय कम ही मिलता है और ऐसे कुछ पल वो कभी-कभी साझा करते हैं। लेकिन कांग्रेस राजनीतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है। बजरंगबली मेरे परिवार को बुरी नजर से बचाएं। कार्तिकेय ने ट्विटर पर ये बातें लिखी थी। दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने अपनी शादी की सालगिरह पर एक वीडियो शेयर किया था। इसमें पत्नी साधना सिंह सिलबट्टा चलाते और कुछ महिलाएं चूल्हे पर रोटियां सेंकते दिख रही है। इसे री-ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने तंज कसा था कि जल्द आपकी चूल्हा फूंकने की तकलीफ कम हो जाएगी। कमलनाथ के सीएम बनते ही आपको भी 500 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा।

*नहीं थमा जवाब का दौर*
कार्तिकेय के ट्वीट पर आए जवाब के बाद कांग्रेस ने उन्हें युवराज के नाम से संबोधित कर एक और ट्वीट कर दिया। इसके बाद कार्तिकेय ने फिर री-ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि युवराज शब्द कांग्रेस के लोगों के लिए नया नहीं है। आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहजादे हैं। कार्तिकेय ने इसमें लिखा कि भाजपा की वजह से कांग्रेस महिलाओं का सम्मान करना सीखने की कोशिश करने लगी। हालांकि यह कांग्रेस से होगा नहीं क्योंकि उसके डीएनए में नहीं है। मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए, वैसे लगता नहीं फिर भी उम्मीद करता हूं कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे परिवार नहीं…