Fagotsav of Indore Nagar Samaj: “श्री गोविंद जी की कुटिया श्रीनगर” इंदौर में हर्षोल्लास गीत संगीत के साथ संपन्न हुआ।
डॉक्टर तेज प्रकाश व्यास की विशेष रिपोर्ट
रंग पंचमी की पूर्व संध्या पर “नागर ब्राह्मण समाज इंदौर” का रंगारंग फाग उत्सव “श्री गोविंद जी की कुटिया श्रीनगर” पर सुमधुर फाग गीत, आकर्षक नृत्य, फूल, गुलाल , मन में मस्ती, लबों पर हंसी , हर्षोल्लास व सुस्वाद भोजन के साथ संपन्न हुआ।
सर्व श्री पण्डित मोहन जी भट्ट , श्री पंडित अशोक जी भट्ट,श्री पंडित विनीत जी भट्ट ,श्री बृजेन्द्र जी नागर ,प्रिय श्री हिमांशु जी पुराणिक, श्री केदार रावल जी, श्री अभिनव जी दवे , बहन श्रीमती दिव्या जी एवम सोनिया जी मंडलोई , श्री हर्ष मेहता जी, श्री संजय मेहता जी, योगेश मेहता जी, श्री दीपक नागर जी ,श्री प्रदीप जी मेहता, श्री हरे कृष्ण जी व्यास, श्री अशोक नगर जी, श्री आनन्द जी शर्मा, श्री विकास जी दवे, श्री प्रवीण जी त्रिवेदी, श्री दिनेश जी मेहता, श्री संजय त्रिवेदी, श्री राजेश जी शर्मा, चिरंजीवी हर्षिता जी , तथा समस्त फाग उत्सव में सम्मिलित नागर जन इस उत्सव में उल्हास के साथ शामिल हुए .
कल का फागोत्सव सभी की अपरिमित खुशियों का अविस्मरणीय उत्सव था ।फाग गीतों की गगन भेदी स्वर लहरियों के साथ खुशियों के महा विस्फोट से वातावरण खुशियों से भर गया था।
गीत ,नृत्य, गुलाल से एक दूसरों के अभिनव आत्मीय सम्मान ने आगत सभी को अभिभूत कर दिया।सभी स्वयं को फागोत्सव के साक्षी बनकर प्रसन्न थे। खुशियों के आदान प्रदान के वर्णन में शब्द शक्ति बौनी है। खुशियां बांटने से आयोजन का स्वरूप करोड़ों गुना भव्य हो गया था ।
विज्ञान कहता है कि स्वयं खुश होने और खुशियां बांटने से हमारे शरीर की ट्रिलियन कोशिकाएं एक साथ नृत्य करती हैं । एंडोर्फिन और ऑक्सिटॉसिन हार्मोन की बाहुल्यता से मानव नैसर्गिक रूप से सुस्वस्थता प्राप्त करता है। यदि कोई उम्र जनित शारीरिक चैलेंज है, तो वह खुशियों के नृत्य से नैसर्गिक रूप से भी निरापद या शून्य हो जाता है । खुशियां एवरेस्ट पर पहुंच कर डांस कर रही थी। सामूहिक माइक के फाग नृत्यों पर सभी के पैर थिरके और प्रत्येक प्रतिभागी ने जो ठुमके लगाए , उन्हें देखने स्वयं भगवान हाटकेश भी आकर हम सभी नागर बृंदो को श्रीसंपन्नता , ऐश्वर्य, मेधा , चिरस्वस्थ जीवन का आशीर्वाद दे गए। बस भगवान हाटकेश्वर का आशीर्वाद हम इन्दौर नागर जनों में बना रहे । हम सब खुशियों के एंबेसडर बन कर पूरे राष्ट्र के नागरों एवम समाज में खुशियां बांटते रहें । 29 मार्च 2024 की संध्या का फागोत्सव का मंगलमय उत्सव समय के पटल पर स्वर्णाक्षरों में लिखा जा चुका है। उत्सव के साक्षी आजीवन इसे स्मरण कर गर्व की अनुभूति करेंगे।
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