Fake IAS Caught : कस्टम गेस्ट हाउस में रुका और मुंबई में ‘भारत सरकार’ लिखी कार में घूमता नकली IAS गिरफ्तार!

सख्ती से पूछताछ करने पर बिहार के चंद्रमोहन ने अपना गुनाह कबूल कर लिया!

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Fake IAS Caught : कस्टम गेस्ट हाउस में रुका और मुंबई में ‘भारत सरकार’ लिखी कार में घूमता नकली IAS गिरफ्तार!

 

Mumbai : पुलिस ने एक नकली आईएएस अफसर को गिरफ्तार किया। वह खुद को आईएएस अधिकारी बताकर मुंबई में एक कस्टम गेस्ट हाउस में रुका था। आरोपी ‘भारत सरकार’ नाम की प्लेट वाली कार से यात्रा करता था। इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी। आरोपी की पहचान बिहार के चंद्रमोहन सिंह के रूप में हुई।

आरोपी गृह मंत्रालय का अफसर होने का दावा करके कस्टम विभाग को मिलने वाली सुविधा में रुका था। अधिकारी ने बताया कि वह ‘भारत सरकार’ नाम की प्लेट वाली कार में घूमता था। उसे दादर में एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने भी ट्रैफिक नियम के उल्लंघन के लिए रोका था। लेकिन, वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अधिकारी बताकर निकल गया।

इसी बीच एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शनिवार को मलाड इलाके में एक होटल के बाहर उसे एक कार में ड्राइवर के साथ घूमते हुए देखा। अधिकारी ने बताया कि उसने पहले खुद को आईएएस अधिकारी बताया और फर्जी पहचान पत्र दिखाया। लेकिन, जांच के दौरान उसने कबूल किया कि दस्तावेज जाली थे।

मलाड पुलिस ने बताया कि आरोपी चंद्रमोहन प्रसाद पिछले 2 दिन से फर्जी पहचान पत्र के साथ बीकेसी में कस्टम विभाग के पन्हाला गेस्ट हाउस में रह रहा था। वह मुंबई में घूमने के लिए ‘भारत सरकार’ की नंबर प्लेट वाली कार का इस्तेमाल कर रहा है। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी चंद्रमोहन ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस को फर्जी आईएएस के पास से गृह मंत्रालय का एक फर्जी पहचान पत्र, अशोक स्तंभ वाले 16 विजिटिंग कार्ड और एक कार मिली है।

पुलिस को उसके पास से एक दस्तावेज भी मिला, जिसमें लिखा था कि वह रक्षा मंत्रालय में काम करता है। अधिकारी ने बताया कि जालसाज को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ संबंधित कानूनी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस को अभी तक सिंह के आईएएस अधिकारी बनने के पीछे के मकसद का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस मकसद का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।

इसलिए बना नकली आईएएस

32 वर्षीय चंद्रमोहन प्रसाद सिंह बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला है। पूछताछ में उसने बताया कि वह 2017 में दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। लेकिन, परीक्षा में सफल नहीं हो सका। उसके कुछ दोस्त 2022 में आईएएस और आईआरएस बन गए। इसके बाद गांव में उस पर दबाव बढ़ा और लोगों के सवालों से बचने के लिए उसने खुद को भी आईएएस अधिकारी घोषित कर दिया। आरोपी छुट्टियां मनाने मुंबई आया था और एक सरकारी अफसर मित्र के जरिए कस्टम्स गेस्ट हाउस में ठहरा।