Fake IAS Officer Caught By The Police: महिला से ठगे थे 14 लाख रुपए
पुलिस ने बुधवार को एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। खुद को आईएएस ऑफिसर कहने वाले फर्जी अधिकारी ने एक महिला से 14 लाख की ठगी भी की है। आरोपी ने महिला को बाल विकास एवं महिला कल्याण में टेंडर दिलाने का झांसा दिया था। आरोप है कि जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी धमकियां देने लगा। महिला की शिकायत पर चार महीने बाद फर्जी आईएएस अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी के पास आईएएस का फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद हुआ है।
आगरा के विभव नगर की रहने वाली इंद्रेश बालियान ने बताया कि गाजियाबाद की नीतू राणा ने उन्हें टेंडर दिलवाने के लिए संपर्क किया था। नीतू ने उन्हें बताया कि एक आईएएस अधिकारी है जो तुम्हारी बेटी को काम दिलवा देगा और बैठे-बैठे पैसा कमाओगे। नीतू से इंद्रेश के 25 से 30 साल पुराने संबंध थे। जिसके चलते इंद्रेश ने उस पर भरोसा कर लिया। पैसे देने के लिए नीतू ने फर्जी आईएएस अधिकारी को मोबाइल नंबर दे दिया। इसके बाद वह आगरा आकर इंद्रेश के घर से 6 लाख नकद और 4-4 लाख के दो चेक ले गया। शक होने पर उन्होंने चेक तत्काल कैंसल करा दिए। बाकी के पैसे मांगे तो धमकियां देने लगा।
अपने आपको आईएएस अधिकारी बताने वाला पंकज राव ने दो अलग-अलग नाम से आईडी प्रुफ बना लिए थे। पुलिस को आरोपी के पास से पंकज गुप्ता पुत्र नारायण गुप्ता जय भूतनाथ वाली गली पठानपुरा रामनगर, सहारनपुर और पंकज राव के नाम से दो आधार कार्ड, पैन कार्ड मिले हैं। इसके अलावा आईएएस अधिकारी संयुक्त सचिव लोक निर्माण विभाग नाम से फर्जी आईडी कार्ड मिला है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
नीतू पुलिस की पकड़ से दूर
इंद्रेश ने बताया कि उसके पति अशोक कुमार की दो साल पूर्व कोरोना में मौत हो गई थी। 25 साल पहले वे गाजियाबाद में रहते थे। नीतू राणा के पति अनिल राणा उसके पति के मित्र थे। इसलिए उन्होंने नीतू की बातों में आकर रुपये दे दिए थे। इंद्रेश का कहना है कि अपनी शिकायत में उन्होंने नीतू राणा को नामजद किया है, लेकिन पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा है।