किसानों की बात, सजग सरकार-विपक्ष का प्रहार…

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किसानों की बात, सजग सरकार-विपक्ष का प्रहार…

कौशल किशोर चतुर्वेदी
किसानों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही आमने-सामने हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हों, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हों या मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, किसानों की बात सबकी जुबां पर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों के साथ है। किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना का दौरा किया और भरोसा जताया कि खाद-यूरिया की आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। तो नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में खाद की किल्लत है और कालाबाजारी हो रही है। प्रदेश में खाद कागजों पर है और किसान परेशान हो रहे हैं। इससे यह साबित हो रहा है कि वास्तव में अन्नदाता को लेकर सभी चिंतित हैं और उनकी समस्याओं के समाधान पर सबका ध्यान केंद्रित है। सरकार जहां किसानों को लेकर सजग है तो विपक्ष किसानों के हितों को लेकर सरकार पर प्रहार करने से नहीं चूक रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 11 सितंबर 2025 को शाजापुर जिले की पोलायकलां तहसील के ग्राम खड़ी में विभिन्न कारणों से खराब हुई सोयाबीन की फसल के अवलोकन के बाद किसानों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ है और हम किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शाजापुर कलेक्टर सहित प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को खराब हुई सोयाबीन की फसल का सर्वे कराने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसान चौपाल में कहा कि बारिश कम होने एवं कीट प्रकोप के कारण जहां-जहां भी सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है, उसका पूरा सर्वे कराया जायेगा, किसानों को नुकसान नहीं होने देंगे। किसानों को अधिकतम लाभ दिया जायेगा। किसानों की जिंदगी बेहतर हो, इसके लिए केन्द्र एवं राज्य की सरकार लगातार प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्राम खड़ी के किसान परवत सिंह बगाना के निवास पर जाकर उनसे सोयाबीन की खराब हुई फसल से हुए नुकसान की जानकारी ली। गौरतलब है कि खाद को लेकर भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कलेक्टरों को सीधी चेतावनी दे चुके हैं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना का दौरा कर खाद व यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर बातचीत की और कहा कि किसानों के हित सर्वोपरि हैं। केंद्र सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि किसानों तक खाद और यूरिया पर्याप्त मात्रा में पहुंचे। शिवराज सिंह ने कहा कि “खाद की समस्या के बारे में कुछ मित्रों ने ज्ञापन दिए हैं। हमारे लिए किसानों के हित सर्वोपरि हैं। केंद्र सरकार प्रयासरत है। फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री तत्परता से कार्य कर रही है। फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री राज्य की डिमांड के आधार पर निरंतर फर्टिलाइजर की आपूर्ति कर रही है। अगर सतना जिले में देखें, तो पिछले साल इस समय तक यूरिया की 23,585 मीट्रिक टन खपत हुई थी, इस बार 27 हजार 700 मीट्रिक टन अभी सतना जिले में यूरिया आ चुका है। इस बार बारिश अच्छी हुई है, बोवनी का इलाका जिसमें धान सम्मिलित है, यूरिया की जरूरत ज्यादा पड़ती है, उसके कारण यूरिया की मांग ज्यादा है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि 11 सितंबर 2025 को भी सतना में 1500 मीट्रिक टन खाद की आपूर्ति की गई है। आगे भी निरंतर आपूर्ति के प्रयास जारी रखे जाएंगे। जरूरत पड़ेगी तो फिर फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री के साथ भी बात करेंगे तथा राज्य सरकार के साथ चर्चा करके व्यवस्था और कैसे बेहतर बने और जरूरत कैसे पूरी हो, उस दिशा में कदम उठाए जाते रहेंगे।
तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में खाद की किल्लत को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने 11 सितंबर 2025 को प्रेसवार्ता में प्रदेश में खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया। सिंघार ने कहा खाद कागजों में है लेकिन किसानों को नहीं मिल रही है। सिंघार ने कहा कि मुख्यमंत्री छात्र-छात्राओं को स्कूटी दे रहे हैं बधाई, किसानों को खाद भी बांट देते तो अच्छा होता। केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पंजाब में पानी से फसल निकाल रहे लेकिन एमपी के किसान परेशान हैं। सिंघार ने कहा कि हमने सुझाव दिया था सोसायटी के बजाय पंचायत स्तर पर मंगवाकर उतना खाद दे दिया जाय। मैनेजमेंट और प्लानिंग में कमी है, केंद्र से कितनी खाद मांगी गई सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। जब तानाशाही होती है तो विरोध होता है, अगर यही स्थिति रही तो देश में भी तख्तापलट होगा।
अच्छी बात यही है कि अन्नदाताओं को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों ही जागरुक हैं। विपक्ष जहां किसानों की समस्याओं को उजागर कर सरकार को घेरने में नहीं चूक रहा है, तो सरकार किसानों की हर समस्या का समाधान करने के लिए पूरी तरह से जागरूक है। यही लोकतंत्र की सही निशानी है। अन्नदाता हों या दूसरे सभी वर्ग, सभी की चिंता पक्ष और विपक्ष को इसी तरह करना चाहिए ताकि हर तरह की समस्या का समाधान हो सके… जिस तरह किसानों की बात पर सरकार सजग है तो विपक्ष प्रहार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।