Rudraprayag : हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने को लेकर निकले विधायक मनोज रावत की पवन हंस हेली कंपनी के प्रबंधक के साथ हाथापाई हो गई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ फाटा पुलिस चौकी में लिखित शिकायत की है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रबंधक से मारपीट के विरोध में हेली कंपनियों ने दो घंटे तक सेवा बंद रखीं।
विधायक मनोज रावत केदारनाथ जाने के लिए पवन हंस हेली कंपनी के कार्यालय फाटा पहुंचे। उन्हें देवस्थानम बोर्ड के मसले पर तीर्थपुरोहितों की ओर से मुख्यमंत्री से वार्ता करने के लिए वहां जाना था।
बुधवार को विधायक मनोज रावत केदारनाथ जाने के लिए पवन हंस हेली कंपनी के कार्यालय फाटा पहुंचे। उन्हें देवस्थनाम बोर्ड के मसले पर तीर्थपुरोहितों की और से मुख्यमंत्री से बातचीत करने के लिए वहां जाना था। वे हेलीपैड पर पहुंचे और कर्मचारियों को धाम जाने का कारण बताया। काफी देर बाद भी कंपनी कार्यालय से उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया। इस पर, विधायक रावत ने कर्मचारियों से बातचीत की।
इस दौरान प्रबंधक वीसी तिवारी से विधायक की कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि विधायक व हेली कंपनी के प्रबंधक के बीच मारपीट हो गई। इसके बाद विधायक केदारनाथ जाने के बजाय मौके से ही लौट आए।
घटना के बाद सभी 6 हेली कंपनियों ने केदारनाथ के लिए सेवा बंद कर दी। सूचना पर SDM जितेंद्र वर्मा व CO गणेश कोहली मौके पर पहुंचे। उन्होंने हेली कंपनी के प्रबंधकों से बातचीत कर लगभग 2 घंटे बाद पुन: हेली सेवाएं शुरू करवाईं।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत का कहना है कि केदारनाथ यात्रा में हेली कंपनियां लोगों के साथ बदसलूकी कर रही हैं। बार-बार हेली कंपनी प्रबंधन को स्थिति से अवगत कराने के बाद भी उन्हें उचित रिस्पांस नहीं दिया गया। उल्टा हेली कंपनी का प्रबंधक अभद्र तरीके से बातचीत और हाथापाई करने पर उतारू हो गए।
दूसरी तरफ पवन हंस हेली कंपनी के प्रबंधक बीसी तिवारी ने बताया कि यात्रियों का स्टाल होने के कारण वह विधायक से थोड़ा इंतजार के लिए कह रहे थे। लेकिन, वे मानने को तैयार नहीं थे। वे मारपीट पर उतारू हो गए। इस संबंध में पुलिस चौकी में शिकायत गई है।