Four Dead Bodies Found : मेहंदीपुर बालाजी की धर्मशाला में एक ही परिवार के 4 शव मिले, आत्महत्या की आशंका!

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Four Dead Bodies Found : मेहंदीपुर बालाजी की धर्मशाला में एक ही परिवार के 4 शव मिले, आत्महत्या की आशंका!

जानिए, आखिर क्या मामला है इन चार शवों के पीछे!

Dausa (Rajasthan) : मेहंदीपुर बालाजी की धर्मशाला में संक्रांति के दिन एक ही परिवार के चार शव मिलने की गुत्थी अभी सुलझ नहीं पाई। मृतकों में पति-पत्नी और उनके बेटा-बेटी शामिल हैं। यह परिवार देहरादून से बालाजी के दर्शन करने आया था। यह परिवार अपनी बेटी का रिश्ता टूटने से परेशान था। शादी के एक महीने बाद ही बेटी-दामाद में विवाद हुआ और बात तलाक तक पहुंच गई। इस पूरे मामले को पुलिस भी जोड़कर देख रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि मृतकों के शरीर पर किसी भी तरह की चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले। आशंका है कि सभी ने जहर खाया है।

संक्रांति के दिन 14 जनवरी की शाम इन चारों के शव कमरे में मिले थे। 12 जनवरी को देहरादून के रायपुर से सुरेंद्र कुमार (61) पुत्र ताराचंद, पत्नी कमलेश देवी (57), बेटी नीलम (31) और बेटा नितिन (33) मेहंदीपुर बालाजी आए थे। यहां रामा-कृष्णा आश्रम धर्मशाला के कमरा नं. 119 में रुके। 13 जनवरी की सुबह करीब 9 बजे सुरेंद्र और नीलम को पेट में दर्द व उल्टी की शिकायत हुई। नितिन दोनों को लेकर महंत किशोरपुरी हॉस्पिटल पहुंचा था। यहां डॉक्टर ने दोनों का इलाज किया। इसके बाद ये वापस धर्मशाला आ गए।

कमरे में ये शव धर्मशाला के कर्मचारी ने देखे

सबसे पहले धर्मशाला के कर्मचारी ने ये शव देखे थे। 14 जनवरी की सुबह 6 बजे परिवार धर्मशाला से निकला था। इसके दो घंटे बाद ये लोग लौट आए। शाम करीब 7:30 बजे धर्मशाला के कर्मचारी मोहनलाल योगी ने कमरे का दरवाजा थोड़ा खुला देखा। जब उसने अंदर झांका तो चारों बेसुध पड़े दिखाई दिए। उसने तुरंत धर्मशाला मालिक गुड्डू शर्मा को सूचना दी। उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। करौली और भरतपुर से एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया। धर्मशाला के कमरे को सील कर दिया।

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दूसरे दिन देहरादून से परिजन पहुंचे

जानकारी देने पर 15 जनवरी की रात 8 बजे देहरादून से सुरेंद्र कुमार (मृतक) के भाई मुकेश, सुरेंद्र के साले के लड़के सुशील, बड़े भाई के बेटे सहित 4 लोग मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे। रात करीब 9 बजे करौली जिले के टोडाभीम थाने पहुंचे और पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली। साथ ही सुरेंद्र कुमार और उसके पूरे परिवार की मौत के मामले में हत्या की आशंका जताई। मुकेश की ओर से टोडाभीम थाने में रिपोर्ट दी गई है। पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही है। सुरेंद्र (मृतक) का बड़ा भाई महेंद्र और छोटा भाई मुकेश (52) खुद की टूरिस्ट गाड़ी चलाते हैं।

सुशील कुमार ने बताया कि फूफाजी (सुरेंद्र कुमार) ने नीलम (सुरेंद्र की बेटी) की शादी उत्तराखंड पुलिस में तैनात नरेश कुमार से की थी। शादी के एक महीने बाद ही आपसी विवाद के कारण नीलम अपने पीहर में माता-पिता के पास रहने लगी। नीलम और नरेश के बीच दहेज का केस चल रहा है। इस बीच विवाद ज्यादा बढ़ने पर दोनों के बीच तलाक का मामला भी चलने लगा, जो अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इसे लेकर नीलम के पिता सुरेंद्र कुमार परेशान रहते थे। इस सबके बावजूद इतना भी परेशान नहीं थे कि सामूहिक आत्महत्या जैसा कदम उठा लें। परिवार का कोई भी सदस्य इतना तनाव में नहीं था कि सुसाइड कर ले।

कोर्ट ने नरेश कुमार को हर महीने 6 हजार रुपए मासिक भत्ता के रूप में नीलम को देने का आदेश दिया था। वह (नरेश) नियमित रूप से मासिक भत्ता देता भी है। करीब 4 महीने पहले नीलम के पिता सुरेंद्र ने इसे बढ़ाकर 15 हजार रुपए करने की याचिका दायर की थी। सुशील ने बताया कि अब परिवार में कोई भी नहीं बचा। परिवार में बस 4 ही लोग थे। अब सोचिए हम लोगों पर क्या बीत रही होगी। सुशील ने बताया कि जिस तरीके से हमने शवों को देखा, कुछ न कुछ तो हुआ है, जो एक जांच का विषय है। पुलिस हमारा सहयोग कर रही है और पूरी जांच कर रही है और जांच पर हमें भरोसा है।

कमरे में दाल और कुछ गोलियां मिलीं

डीएसपी मुरारीलाल मीणा ने बताया कि कमरे की जांच के दौरान पुलिस को एक दाल का पैकेट मिला। साथ ही कुछ टैबलेट्स भी मिली। रूम से और कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला है। बुधवार देर शाम मृतकों के परिजन थाने पहुंचे, जहां उन्हें शवों की पहचान कराई गई। इस मामले में मृतकों के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया है। ऐसे में टोडाभीम थाना पुलिस द्वारा मेहंदीपुर बालाजी कस्बे में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए मेडिकल बोर्ड के नेतृत्व में चारों शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। गुरुवार दोपहर शवों को परिवार वालों को सौंप दिए गए।

शरीर पर चोट या संघर्ष के निशान नहीं

टोडाभीम अस्पताल के डॉ लोकेश मीणा के मुताबिक, मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया। किसी के शरीर पर किसी भी तरह की चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले। लूटपाट जैसी घटना भी प्रतीत नहीं हो रही। क्योंकि, मृतकों के आभूषण ज्यों के त्यों हैं। प्रारंभिक जांच में आशंका है कि सभी ने किसी तरह का जहर खाया हो। हालांकि, मौत के कारणों का खुलासा रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।