Fraud by Digital Arrest : साइबर ठगों ने बुजुर्ग को डिजिटली अरेस्ट करके ₹40.70 लाख ठगे!
Indore : पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंसकर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। ऑनलाइन ठगी के साथ डिजीटल अरेस्टिंग के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे पुलिस के सामने अपराधियों को पकड़ना चुनौती बन रहा है। तीन महीने में इंदौर में करीब 35 ऐसे मामले सामने आए, जिनमें लोगों को साइबर ठगों ने मानसिक रूप से प्रभावित करके डराया-धमकाया और लाखों रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। क्राइम ब्रांच ने एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर 40 लाख 70 हजार रुपए ऐंठने वाले अज्ञात बदमाशों पर मामला दर्ज किया है।
ठगों ने बांद्रा पुलिस और सीबीआई का डर दिखाकर बुजुर्ग से पैसे अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। क्राइम ब्रांच के एडिशनल पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया को बुजुर्ग ने बताया कि उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से व्हाट्सप कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं बांद्रा पुलिस स्टेशन से बोल रहा हूं। आपने मुंबई में केनरा बैंक से 2 करोड़ 60 लाख का ट्रांजेक्शन किया है। इस ट्रांजेक्शन के बदले में 15% कमीशन आपके खाते में ट्रांसफर हो गया। ठग ने सुप्रीम कोर्ट के आर्डर की फर्जी कॉपी और कई पेपर मेरे नाम से अरेस्ट करने के लिए मुझे बताते हुए कहा कि आपको पुलिस और सीबीआई पकड़ने आ रही है।
मैनेजर के घर से मिली पासबुक
मैंने ठग को कहा कि ऐसा कोई ट्रांजेक्शन या बैंक अकाउंट मुंबई में नहीं है। परन्तु उसने कहा की केनरा बैंक ब्रांच मैनेजर के पकड़ाने के बाद उसके घर से बहुत सारी फ्रॉड पासबुक मिली है जिसमें से एक पासबुक आपके नाम की पाई गई। मैंने डर के मारे कहा कि ऐसा कुछ नहीं किया है तो ठग बोला कि अगर आप इस केस से निकलना चाहते हैं तो हमारे सीबीआई ऑफिसर से रिक्वेस्ट करें, वे केस को इन्वेस्टीगेट कर आपको इनोसेंट पाए जाने पर केस से दोषमुक्त कर देंगे।
कांफ्रेंस पर लेकर बात की
ठग ने सीबीआई ऑफिसर का नाम आकाश कुलकर्णी बताया। बांद्रा वाले पुलिस ऑफिसर ने मुझे आकाश से उनके नंबर से कांफ्रेंस पर लिया। आकाश ने बैंक खातों की जानकारी मांगे हुए कहा कि आपके कमीशन के पैसे की जानकारी निकालने के लिए आरबीआई के बैंक खातों में राशि जमा कर दो, हमारी टीम उसे चेक कर उस राशि को वेरीफाई कर लेगी। अगर उसमें कोई फ्रॉड नहीं होगा तो आपके पैसे वापस कर देंगे।
एफडी तुड़वाकर पैसे दिए
बुजुर्ग ने बताया कि मैं काफी डर गया था तो मैंने बैंक खातों में जमा राशि एवं एफडी तुड़वाकर ठग के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। कहा गया था कि पैसे जमा करने के 1-2 घंटे के बाद पूरा पैसा चेक करके वापस आ जाएगा। लेकिन, मेरे खाते में अभी तक कोई पैसा वापस नहीं आया। तब मुझे समझ आया कि मेरे साथ साइबर ठगी हुई है।