
Fraud in Online Hotel Booking : ऑनलाइन होटल बुकिंग में सावधानी बरतने की पुलिस की अपील, 38 फ्रॉड हुए!
Indore : प्रयागराज महाकुंभ जाने वालों के लिए इंदौर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। जाने वाले इस यात्रा के लिए होटल एवं ट्रैवल संबंधित बुकिंग के लिए इंटरनेट से नंबर ले रहे हैं, तो सावधान रहें कि उनके साथ साइबर ठगी हो सकती है। इंदौर के कई लोग ऐसी वारदातों में बदमाशों के हाथ ठगे जा चुके हैं।
ज्यादातर लोग प्रयागराज महाकुंभ एवं अन्य किसी भी यात्रा से पूर्व संबंधित जगह के होटल, ट्रैवलिंग और कार आदि की बुकिंग के लिए ऑनलाइन सुविधा का उपयोग करते हैं। इसके लिए इंटरनेट पर सर्च किया जाता है। परन्तु, जल्दबाजी में संबंधित कंपनी या संस्था की ऑफिशियल वेबसाइट से संपर्क न करते हुए फर्जी मोबाइल नंबरों पर संपर्क हो जाता है, जो ठगी करते हैं। अधिकांश कॉन्टैक्ट नंबर फर्जी होने से लोग ठग के सम्पर्क में आ जाते है।

ठग के द्वारा होटल का फर्जी नाम और सुविधा बताते हुए, व्यक्ति के द्वारा बताई गई दिनांक पर फर्जी बुकिंग की जाती है। एडवांस पेमेंट करने का झूठ बोलकर, ठग के द्वारा व्यक्ति से ऑनलाइन रुपए प्राप्त कर लेता है और जब व्यक्ति यात्रा कर संबंधित स्थान पर पहुंचता है, तब उसे ज्ञात होता है कि उसके साथ ऑनलाइन ठगी की गई।
जानकारी के मुताबिक, आवेदक संजीत शर्मा (परिवर्तित नाम) ने इंटरनेट से सोमनाथ मंदिर के दर्शन के लिए वहाँ रुकने के लिए सोमनाथ धर्मशाला (गुजरात) का मोबाईल नंबर निकालकर रूम बुक करने के लिए सम्पर्क किया। इसके बाद आवेदक से एडवांस बुकिंग का पेमेंट लेकर फर्जी रूम बुक कर दिया। आवेदक जब सोमनाथ की धर्मशाला पहुँचा तो उसे जानकारी मिली कि होटल में एडवांस बुकिंग नहीं हुई। जब आवेदक ने बुकिंग नंबर पर कॉल किया तो संपर्क नंबर बंद पाया। इस प्रकार आवेदक के साथ ठगी की गई।
एक अन्य मामले में आलोक शर्मा (परिवर्तित नाम) ने इंटरनेट से वृंदावन मंदिर (मथुरा) के दर्शन के लिए वहाँ रुकने का इंतजाम किया और रूम बुक करने के लिए सम्पर्क किया। एडवांस बुकिंग का पेमेंट लेकर रूम बुक करना बताया गया। जब आवेदक वृंदावन पहुँचा तो उसे जानकारी मिली कि होटल में एडवांस बुकिंग ही नहीं हुई। जब आवेदक ने बुकिंग नंबर पर कॉल किया तो संपर्क नंबर बंद पाया गया।
हाल के दिनों में इस प्रकार इंटरनेट से मिले नंबरों पर होटल बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी की 38 शिकायत पुलिस को मिली। जिनमें 6 लाख 58 हजार रूपए का ऑनलाइन फ्रॉड हुआ। इन शिकायतों के बाद में ठगो के बैंक खातों को फ्रीज कराते हुए 30% राशि रिफंड भी कराई गई।





