Global United consciousness Conclave : उज्जैन में आज से होगा 3 दिनी आयोजन,21 देशों से आएंगे आध्यात्मिक एवं योग विशेषज्ञ, विश्व को देंगे चेतना का संदेश

विश्व की विभिन्न नदियों से लाये जल से होगा महाकाल का अभिषेक

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Global United consciousness Conclave : उज्जैन में आज से होगा 3 दिनी आयोजन,21 देशों से आएंगे आध्यात्मिक एवं योग विशेषज्ञ, विश्व को देंगे चेतना का संदेश

उज्जैन से मुकेश भीष्म की विशेष रिपोर्ट

उज्जैन।उज्जैन में आज शुक्रवार15 दिसंबर से तीन दिवसीय ग्लोबल यूनाइटेड कोन्शियसनेस कॉन्क्लेव आयोजन किया जाएगा। एक चेतना एक अस्तित्व की थीम पर होने वाली इस कॉन्क्लेव में 21 देश के आध्यात्मिक गुरु योग विशेषज्ञ लेखक संगीतकार सहित कई विद्वान भाग लेंगे।

कालिदास अकादमी प्रांगण में होने वाले इस आयोजन का शुभारंभ शुक्रवार 15 दिसंबर को दोपहर 12 बजे भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे द्वारा किया जाएगा। समापन रविवार 17 दिसंबर को शाम 6:00 बजे कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत की उपस्थिति में होगा।

यूनाइटेड कॉन्शसनेस के साथ यूरोपीय योगा फेडरेशन जर्मनी की संस्था योग विद्या भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद विदेश मंत्रालय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय मध्य प्रदेश शासन का संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के अलावा उज्जैन की विक्रमादित्य शोधपीठ एवं कालिदास अकादमी और अक्षरा किड्स एकेडमी सह आयोजक हैं।

यह जानकारी देते हुए वैश्विक संगठन यूनाइटेड कॉन्शसनेस के डॉ विक्रांत सिंह तोमर ने मीडिया को बताया कि जर्मनी में हुई बैठक में दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों ने आदियोगी भगवान शिव और योगेश्वर श्री कृष्ण की शिक्षस्थली होने के कारण दुनिया भर के विशेषज्ञों ने उज्जैन में इस आयोजन के किए जाने पर अपनी सहमति दी। डॉ तोमर ने बताया कि इस आयोजन में आने वाले किस देश के प्रतिनिधियों द्वारा अपने देश से नदियों का जल लाया जाएगा और इस को मिलाकर भगवान श्री महाकाल का जलाभिषेक किया जाएगा और इस जैविक अभिषेक के साथ पवित्र जल को भगवान महाकाल के जल प्रसाद के साथ मोक्षदायिनी मां शिप्रा के जल में प्रवाहित कर कर पूरी दुनिया को यह संदेश दिया जाएगा की दुनिया का जल एक है दुनिया में रहने वालों के रगों में बहने वाला रक्त एक है और हम सभी की चेतन भी एक है

उन्होंने बताया कि जी 20 की मेजमानी करते हुए भारत ने विश्व को एक पृथ्वी एक परिवार का संदेश दिया और इसी उद्देश्य से यूनाइटेड कॉन्शसनेस ने विश्व भर में कई आयोजन किये।

डॉक्टर तोमर ने बताया कि कॉनक्लेव का उद्देश्य आध्यात्मिकता के माध्यम से समग्र जीवन को प्रोत्साहित करना आध्यात्मिकता में अनुसंधान और विकास के लिए एक मंच बनाना, प्राचीन ज्ञान को आधुनिक जीवन में पुनः शामिल करने के साथ ही आध्यात्मिक लोकतंत्र को प्रोत्साहित करना है।

डॉ तोमर ने बताया कि 21 देश से 52 विशेषज्ञ आ रहे हैं जो तीन दिन चलने वाली इस कॉन्क्लेव में बोधन के साथ वर्कशॉप भी लेंगे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के योग गुरु एस व्यासा के कुलपति डॉ एच आर नागेंद्र के अलावा इटली से स्वामी सूर्यनंद सरस्वती पुर्तगाल से पद्मश्री अमर्त सूर्यानंद विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के अध्यक्ष स्वामीनाथन गुरु मूर्ति कैपेसिटी बिल्डिंग कमिशन के डॉ रामास्वामी बालासुब्रमण्यम विवेकानंद केंद्र की निवेदिता फ्रांस से योग निद्रा विशेषज्ञ आंद्रे रियल रूस से आंद्रे लोबानो अजमेर शरीफ से हाजी सलमान सईद चिश्ती प्रोजेक्ट सेल्फ अमेरिका के राजेश रवींद्रनाथ योग विद्या जर्मनी के सुकदेव बोल्कर यूरोपियन योगा फेडरेशन इटली के आमादिओ बियन्की सहित कई विशेषज्ञों के अलावा उज्जैन योग लाइफ ग्लोबल के डॉ राधेश्याम मिश्रा डॉ विक्रांत सिंह तोमर भाग लेंगे।