Health Tips : जानिए मिट्टी के घड़े में पानी क्यों रखा जाता है? पीने के कई स्वास्थ्य लाभ
हमारे पुराने घरों में सदियों से पानी को मिट्टी के घड़े में रखने की परम्परा रही है, घड़े में पानी न केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है बल्कि इसमें भरा पानी पीने से कई अन्य सेहत लाभ भी होते हैं। खासकर गर्मी का मौसम आते ही अधिकांश घरों में स्टील, तांबे के मटके हटाकर मिट्टी के घड़े में पानी रखना शुरू कर दिया जाता है। आखिर गर्मी के मौसम में ठंडे पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। 1 मिट्टी से बने घड़े या मटके में मृदा के खास गुण होते हैं, जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते.
पीने का पानी मेटाबॉलिज्म को पूरी तरह से सामान्य रखता है। चयापचय भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने की प्रक्रिया है, जो हमारे कोशिकाओं को अपना काम करने के लिए आवश्यक ईंधन देता है।
मेटाबॉलिज्म धीमा होने पर आप कम खाते हैं तो भी आपका वजन बढ़ता है, मेटाबॉलिज्म तेज होने पर आप जो कुछ भी खाते हैं, आपका शरीर उसे अच्छे से पचाता है। जो मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल में रखता है।
मिट्टी अशुद्धियों को सोखने का काम करती है। इसलिए जब पानी को मिट्टी के बर्तन में रखा जाता है, तो उसमें निहित सभी अशुद्धियाँ बर्तन द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाती हैं। जिससे पानी के जरूरी मिनरल्स बिना अशुद्धियों के शरीर में पाए जा सकते हैं।
मटके में रखे पानी का पीएच लेवल एकदम सही होता है। मिट्टी के अम्लीय तत्व और पानी के तत्व मिलकर एक उचित पीएच संतुलन बनाते हैं, जो शरीर को कई नुकसानों से बचाता है। इसलिए इस कारण भी पीने योग्य पानी पीने की सलाह दी जाती है।
अगर शरीर में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं आपको बार-बार परेशान कर रही हैं तो इसके लिए आपको पीने का पानी पीना चाहिए। गठिया में भी यह बहुत फायदेमंद होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मिट्टी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कई तरह के दर्द और परेशानी से राहत दिलाते हैं।
फ्रिज का पानी बहुत ठंडा होता है, जिससे गले का तापमान पूरी तरह से कम हो सकता है। इससे गले की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और साथ ही गले में खराश, गले में संक्रमण जैसी समस्या भी हो जाती है।
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