

Housing for All: जांच से घबराए किराये पर आवास चलाने वाले हितग्राही
भोपाल। राजधानी भोपाल में Housing for All स्कीम से आवंटित किए गए मकान को लोग किराए पर देने वाले हितग्राही अब प्रशासन और नगर निगम की टीम की औचक जांच से घबरा गये हैं। हकीकत तो यह है कि इनमें से कई मकान दान के नाम पर बेच भी दिए गए हैं। ऐसे में राजधानी में झुग्गियां कम होने का नाम नहीं ले रही है।
अभी तक सर्वे में करीब 10 फीसदी मकान किराए पर चढ़े पाए गए। गौर तलब है कि पिछले दिनों ईदगाह हिल्स की मल्टी के एक बच्ची की हत्या का मामला सामने आने के बाद इन आवासों में रहने वालों की जांच प्रारंभ की गयी है।
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*क्या स्थिति है*
– हाउसिंग फॉर आॅल स्कीम से आवंटित किए गए मकान को लोग किराए पर दे रखे हैं।
-कई मकान भी दान के नाम पर बेच भी दिए गए हैं।
– अभी तक सर्वे में करीब 10 परसेंट मकान किराए पर चढ़े पाए गए।
– कुछ मकानों पर अवैध कब्जा भी चल रहा है।
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औचक निरीक्षण से घबराये लोग
गरीबों के आवासों की जांच कमेटी के पहुंचने से पहले अब हाउसिंग फॉर आॅल के हितग्राही अपने किराएदार को हटाने में जुट गए हैं ताकि उनका मकान बचा रहे। इसके चलते वाजपेयी नगर में कई लोगों ने किरायेदारों को मकान मालिक का नाम पूछताछहोने पर बताने को कहा है। जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र पर केंद्रित सर्वेक्षण में पता चला है कि कम से कम अंडेकर नगर में 10 लाभार्थियों ने अवैध रूप से अपने फ्लैट बेचे हैं, जबकि राहुल नगर में 25 पर किराएदारों का कब्जा है। एक फ्लैट पर अवैध अतिक्रमण भी पाया गया है। अधिकारियों ने अकेले टीटी नगर में 300 फ्लैटों का सर्वेक्षण किया है। यह सिलसिला अन्य क्षेत्रों में भी जारी रहेगा।
*आवंटन हो सकता है निरस्त*
अंबेडकर नगर के ए ब्लॉक में शुरू हुआ और मई के अंत तक जारी रहेगा। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि नियमों के अनुसार हस्तांतरण पर रोक के बावजूद उन 10 फ्लैटों को उचित रजिस्ट्री के साथ कैसे बेचा गया। सर्वेक्षण की अंतिम रिपोर्ट, जो अन्य मामलों को उजागर करेगी, आगे की कार्रवाई का आधार बनेगी, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आवास योजना का लाभ केवल सही लाभार्थियों तक पहुंचे। इन आवासों का दुरूपयोग करने वालों का आवंटन कैंसिल किया जाएगा।