इंदौर। पुलिस के प्रति लोगों का रवैया कुछ भी हो, पर पुलिस अच्छी भी है। ऐसे ही एक मामले में एक बार फिर पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया। भोपाल से शादी में इंदौर आए एक बुजुर्ग भटक गए। पुलिस ने उनके परिजनों का पता लगाकर उन्हें उनके पास तक पहुंचाया। पुलिस थाना हीरानगर में यह भावुक कर देने वाला दृश्य दिखाई दिया, जब घर से भटके 78 वर्षीय बुजुर्ग के परिवारजनों का पता लगाकर उन्हें सुरक्षित भोपाल पहुँचाया गया। अपने बुजुर्ग को सुरक्षित पाकर परिजन भावुक हो गए और इंदौर पुलिस को धन्यवाद दिया।
12 जून को 78 वर्षीय मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बुजुर्ग जो शादी में इंदौर आए थे, रास्ता भटक गए। दो युवकों ने उन्हें हीरा नगर थाने छोड़ दिया। पुलिस ने जब बुजुर्ग व्यक्ति से नाम-पता पूछा तो उन्होंने हरिशंकर पिता नाथूराम बताया। बुजुर्ग की मानसिक हालत ठीक नहीं थी, इस कारण वे अपना पूरा पता बताने में असमर्थ लगे। इस पर बुजुर्ग को चाय नाश्ता कराने के बाद थाना प्रभारी हीरा नगर सतीश पटेल ने नगर सुरक्षा समिति की भाग्यश्री एवं पुलिस टीम के साथ मिलकर बुजुर्ग को उसके परिवार से मिलाने की ठानी।
थाना प्रभारी को बुजुर्ग से बात करने पर पता चला कि वे भोपाल के रहने वाले हैं और किसी के यहां शादी में आए थे। यह बताते हुए बुजुर्ग बहुत भावुक हो गए थे और बार-बार रो रहे थे। बुजुर्ग के परिवार की जानकारी नहीं मिलने से बुजुर्ग को ‘आस्था वृद्धाश्रम’ में कुछ दिन के लिए आसरा दिलाया गया। बुजुर्ग के घर को खोजने के लिए पुलिस व सामाजिक कार्यकर्ता हरसंभव प्रयास करते रहे।
आठ दिन की कोशिश के बाद पुलिस के प्रयास से परिजनों का पता खोजा गया। मंगलवार शाम 6 बजे बुजुर्ग को वृद्ध आश्रम से हीरा नगर थाने लाया गया और हीरानगर थाने के स्टाफ ने उन्हें सकुशल भोपाल घर के लिए रवाना किया। बुजुर्ग की पत्नी व परिवार ने इंदौर पुलिस की कृतज्ञता एवं मानवीय कार्य की प्रशंसा कर पुलिस को धन्यवाद दिया। वृद्ध व्यक्ति भी अपने परिजनो को देखकर भावुक हो उठे। उनके परिजनों ने भी उन्हें गले से लगा लिया।