मोदी जी की उम्मीदों का भोपाल बनाऊंगा – आलोक शर्मा 

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मोदी जी की उम्मीदों का भोपाल बनाऊंगा – आलोक शर्मा 

 

भाजपा संगठन में दरी उठाने से लेकर जब-जब जो भी जिम्मेदारी मिली, उस पर आलोक शर्मा पूरी तरह से खरे उतरे हैं। पार्टी ने जब जहां से टिकट दिया, तब चुनाव मैदान में डटकर मुकाबला किया है। भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में संगठन के काम को पूरी निष्ठा से अंजाम दिया तो प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर भी दायित्वों का भलीभांति निर्वहन किया। भोपाल महापौर का चुनाव जीतकर विकास के प्रति समर्पित रहे। अब आलोक शर्मा को भाजपा ने भोपाल से लोकसभा का उम्मीदवार बनाकर एक बार फिर संसदीय क्षेत्र को आलोकित करने का फैसला किया है। 18 अप्रैल 2024 को आलोक शर्मा ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पार्टी के विधायक और नेताओं संग रोड शो कर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। हमने जानी भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार आलोक शर्मा के मन की बात।

 

लोकसभा का टिकट मिलने पर आलोक शर्मा को कैसा महसूस हुआ ?

– मैं भाजपा का दरी उठाने वाला कार्यकर्ता रहा हूं। मैं वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में गली-गली घूम कर पार्टी का जनाधार बढ़ाने के काम में जुटा रहा हूं। मैंने तांगे पर बैठकर पार्टी का प्रचार किया है। तो टेंपो-टैक्सी में बैठकर माइक से प्रचार किया है। हमारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी हर कार्यकर्ता का मूल्यांकन करती है। और इसीलिए मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को सांसद का टिकट देकर पार्टी ने जनता की सेवा का बड़ा अवसर दिया है। मुझे महसूस हुआ कि भाजपा जैसी सोच और विचारधारा का कोई दूसरा राजनैतिक दल न था, न है और न आगे होगा।

– क्या मानते हैं कि आलोक शर्मा जीत के पुराने रिकॉर्ड तोड़ेंगे?

– मैं भोपाल का बेटा हूं और भोपाल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का पूरा प्यार और स्नेह मेरे साथ है। मुझे भरोसा है कि भोपाल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने अपने बेटे को इस बार ऐतिहासिक जीत के साथ सांसद भेजने का फैसला किया है। 35 वर्षों से भोपाल के मतदाताओं ने भाजपा के लोकसभा प्रत्याशियों को अपना भरपूर आशीर्वाद देकर सांसद बनने का काम किया है। प्रचंड बहुमत दिया है। भोपाल के मतदाताओं को मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा है, इसलिए अटक से कटक तक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक मोदी ही मोदी की यश पताका फहरा रही है। अबकी बार जनता ने 400 पार कराकर मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मन बनाया है, तो भोपाल संसदीय क्षेत्र के मतदाता प्रचंड बहुमत से अपने बेटे को संसद भेजेंगे।

 

विकास को लेकर क्या सोच है आलोक शर्मा की? 

– भोपाल की जनता ने मुझे 2015 में महापौर बनाया था, उस समय विकास के बहुत सारे काम अधूरे रह गए थे। सांसद के रूप में मौका मिल रहा है तो हम उन अधूरे कामों को पूरा करेंगे। ताकि भोपाल की जनता के सपनों का भोपाल बना सकूं। ताकि सीहोर की जनता के सपनों का बहुत सीहोर बना सकूं। ताकि बैरसिया की जनता के सपनों का बेरसिया बना सकूं। विकास की जिम्मेदारी मिली है तो वह पूरा करके दिखाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदों का भोपाल बनाएंगे। भोपाल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं की सोच क्या है और विकास को लेकर क्या उम्मीद है, सुझाव लिए हैं।इसके अनुरूप विकास का रोड मैप बनाकर हम मेनिफेस्टो जारी करने वाले हैं और विकास के कामों को तय समय में पूरा करेंगे।

– परिवहन को सुगम बनाने के बारे में कुछ सोचा है?

– जी हां। विकास के साथ ही भोपाल के ट्रैफिक प्लान में सुधार लाने का काम करूंगा। इसके लिए एक्सपर्ट्स से राय मशविरा कर लागू करने का काम करूंगा। ताकि भोपाल में लेफ्ट-राइट की दिक्कत खत्म हो सके। मेट्रो ट्रेन सीहोर तक चले, मंडीदीप तक चले, यह कोशिश होगी। होशंगाबाद रोड को फ्लाईओवर के माध्यम से भोपाल से जोड़ेंगे। करोंद से बैरसिया तक फोर लेन रोड का निर्माण करवाएंगे। सीहोर में शुगर मिल की 4500 एकड़ जमीन खाली करवाई है, यहां कानूनी सलाह लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मांग करेंगे कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाए। भेल की काफी जमीन है इसका उपयोग किस तरह बेहतर हो यह सुनिश्चित करेंगे। भोपाल में बड़े-बड़े फ्लाईओवर बनें और आवागमन सुबह व्यवस्थित हो यह कोशिश रहेगी।

महापौर के कार्यकाल का कोई अधूरा महत्वपूर्ण कार्य करने की बात मन में है क्या?

– हां महापौर के कार्यकाल में लालघाटी पर 14 एकड़ जमीन मनुआभान की टेकरी पर आवंटित करवाई थी। यहां पर भारत माता का मंदिर प्रस्तावित था, बजट स्वीकृत था लेकिन कमलनाथ की सरकार बनने पर यह कार्य पूरा नहीं हो सका था। अब यहां भारत माता का मंदिर बनवाएंगे।

– भोपाल संसदीय क्षेत्र को लेकर और कोई बात जो करने की इच्छा है?

– हां, यह कोशिश रहेगी कि भोपाल एजुकेशन हब बने। अभी बच्चे कहीं पुणे पढ़ने जाते हैं या देश के दूसरे शहरों में जाने को मजबूर होते हैं। कोशिश यही है कि उद्योग, आईटी पार्क और रोजगार से जुड़े साधन भोपाल के आसपास विकसित हो सकें ताकि बच्चे यही पढ़कर यही रोजगार पा सकें।

– भोपाल का नाम क्या भोजपाल होगा?

– लंबे समय से भोपाल का नाम बदलकर भॊजपाल करने का प्रस्ताव लंबित है और भोपालवासियों की यह प्रमुख मांग है। जब मैं महापौर था तब कांग्रेस की परिषद थी इसलिए बहुत कुछ संभव नहीं हो पाया था। अब भाजपा की महापौर हैं, भाजपा की परिषद है, प्रदेश में भाजपा की सरकार है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार रहेगी। मैं यह कोशिश करूंगा कि भोपाल का नाम भोजपाल हो ताकि हम सब गौरवान्वित हो सकें।

– कांग्रेस छोड़कर सब भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं?

– कांग्रेस में निराशा और हताशा का माहौल है। कांग्रेस के नेता घुटन महसूस कर रहे हैं? कांग्रेस गुटों में बंटी है। इसलिए कांग्रेस में जो अच्छे लोग हैं वह खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। इसलिए बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता भाजपा में आ रहे हैं। यहां पर सभी का सम्मान है। पार्टी की रीति में सब नीति में सब शामिल हो रहे हैं। पूर्व महापौर सुनील सूट और प्रियंका पार्षद प्रियंका मिश्रा के साथ कांग्रेस के सैकड़ो कार्यकर्ता भाजपा में शामिल होकर हमारे नामांकन के साक्षी बने हैं।