

Information About Guest Teachers : अतिथि शिक्षकों की जानकारी पोर्टल पर अपडेट होगी, नियुक्ति प्रक्रिया भी समय पर!
Bhopal : स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर लगातार नवाचार कर रहे हैं। उनकी गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान ही स्कूलों में आवश्यक संसाधन जुटाने और शिक्षकों की कमी को दूर करने की व्यवस्था के लिए संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य जवाबदारों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हिदायत दी।
इसका कारण यह कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूल शुरू होने पर किसी प्रकार की दिक्कत विद्यार्थियों को न रहे। नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए 3 सप्ताह का समय हो गया है। 10 दिन बाद स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएगा। मई का पूरा महीना शिक्षकों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश का रहेगा। 1 जून से शिक्षकों का स्कूलों में आना शुरू हो जाएगा और 16 जून से विद्यार्थियों के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद कक्षाएं लगाना शुरू होंगी, यानी शिक्षकों को 15 दिन का अवकाश कम मिल रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने संयुक्त संचालक शिक्षा, जिला शिक्षा अधिकारी एवं सभी शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में किसी प्रकार की शैक्षणिक, खेल एवं शिक्षकों की कमी आदि की दिक्कतें नहीं रहना चाहिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्पष्ट किया गया कि अतिथि शिक्षकों की जानकारी भी पोर्टल पर पहले से अपडेट कर दी जाए, ताकि उनकी नियुक्ति प्रक्रिया भी ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान पूरी कर ली जाए और स्कूल में कक्षाएं शुरू होने पर शिक्षकों की कमी न रहे।
अधिकारी जुलाई में स्कूल पहुंचेंगे
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्पष्ट किया गया कि जून में स्कूलों में व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाए और जुलाई में सचिव, आयुक्त, संचालक व सभी राज्य के अधिकारी भी स्कूलों में व्यवस्थाओं को देखेंगे और इसके लिए स्कूल जाएंगे भी। सभी आला अधिकारियों को निरीक्षण शेड्यूल बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
यह बिंदु भी प्रमुखता से रखे
गैर शैक्षणिक कार्य में लगे शिक्षकों को कार्यमुक्त कर स्कूलों में भेजने के निर्देश, जर्जर भवनों की सूची बनाने, छात्रावास और स्कूल के निरीक्षण का टाइम टेबल एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति, शौचालय एवं पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था का चिह्नांकन, मोटिवेशन संबंधी जानकारियां उपलब्ध करानी की चुनौतियों से निपटने का हल निकालना आदि कई निर्देश दिए गए।