
Iran -Israel War: खामेनेई को हत्या का डर, सत्ता और सुरक्षा पर मंडराता खतरा!
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। इजरायल और अमेरिका की खुली धमकियों के बाद ईरान की सत्ता और सुरक्षा दोनों पर बड़ा संकट मंडराता नजर आ रहा है। इस हालात में खामेनेई ने सुरक्षा के लिहाज से बंकर में शरण ली है और देश के भविष्य को लेकर अहम फैसले लिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, खामेनेई ने अस्थिर माहौल को देखते हुए तीन मौलवियों को अपना संभावित उत्तराधिकारी चुना है, हालांकि उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। खास बात यह है कि खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा को उत्तराधिकार की दौड़ से बाहर रखा है, जिससे साफ संदेश गया है कि वे सत्ता का वारिस परिवार से नहीं बनाना चाहते। यह ईरान की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
इजरायल-ईरान युद्ध के बीच अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिससे ईरान की सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। जवाब में ईरान ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का ऐलान किया, जिससे वैश्विक तेल आपूर्ति पर असर पड़ा है। पाकिस्तान, चीन और रूस ने ईरान का समर्थन किया है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
इन हालात में खामेनेई का उत्तराधिकारी चुनना सिर्फ सुरक्षा और सत्ता की निरंतरता के लिए है, न कि हार या डर का संकेत। ईरानी सेना और नेता लगातार पलटवार कर रहे हैं और उनका कहना है कि वे झुकने या सरेंडर करने वाले नहीं हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, ईरान की रणनीति सतर्कता और दूरदर्शिता की है, कमजोरी की नहीं।





