
Irregularities in Battery Purchase : टोंस जल विद्युत परियोजना में 110 बैटरी खरीदी में अनियमितता पर EOW ने की FIR, अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप!
तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य अभियंता जवाहरलाल दीक्षित और अन्य सहयोगियों पर ₹18,74,495 के गबन का आरोप!
Bhopal : रीवा जिले की टोन्स जल विद्युत परियोजना में बैटरी खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।
अधिकारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने एफआईआर दर्ज की है। मुख्य अभियंता कार्यालय ने एक्साइड कंपनी से 110 नग बैटरी क्रय करने के लिए निविदा आमंत्रित की थी। एकल निविदा प्राप्त होने के बावजूद निविदा समिति ने मेसर्स अशोक इलेक्ट्रिकल्स एंड हार्डवेयर कोरबा की निविदा को स्वीकृत कर दिया। यह निविदा बाजार दर से लगभग तीन गुना अधिक थी।
आरोप है कि तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य अभियंता जवाहरलाल दीक्षित और अन्य सहयोगियों ने मिलकर कुल ₹18,74,495 का गबन किया। जांच में पता चला कि एक्साइड इन्डस्ट्रीज के जोनल मैनेजर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैटरी की वास्तविक कीमत प्रति नग 7,325 रुपये थी। जबकि, आरोपियों ने इसे ₹24,415 प्रति नग की दर से खरीदा।
इस मामले में जवाहरलाल दीक्षित, इंद्रिय दमन कौशिक, नितिन मिश्रा और गौरव मोदी सहित अन्य के विरुद्ध धाराएँ 420, 409, 120B भारतीय दंड संहिता तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।





