Jalgaon Rail Tragedy : जलगांव रेल हादसा चाय बेचने वाले की अफवाह से हुआ, यात्री आग सुनकर ट्रेन से कूदे!

रेल हादसे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का बड़ा खुलासा!

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Jalgaon Rail Tragedy : जलगांव रेल हादसा चाय बेचने वाले की अफवाह से हुआ, यात्री आग सुनकर ट्रेन से कूदे!

Jalgaon (Maharashtra) : जलगांव के पास हुए रेल हादसे को लेकर एक बड़ा सच सामने आया। बताया जा रहा है कि पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की अफवाह एक चाय वाले ने फैलाई, जिस कारण लोगों में अफरातफरी मच गई और यात्रियों ने चेन पुलिंग की और ट्रेन से कूदना शुरू कर दिया। इसके बाद यात्री दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस घटना में 13 लोगों की जान चली गई।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जलगांव ट्रेन दुर्घटना महज एक अफवाह के कारण हुई। दरअसल, एक चायवाले ने ट्रेन के अंदर आग लगने की झूठी खबर दी थी, जिससे यात्री घबराए और ट्रेन से कूदने लगे।

यह हादसा लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस में हुआ था। कुछ यात्री, जिन्होंने अलार्म चेन खींचने के बाद ट्रेन से उतरने का निर्णय लिया था, बुधवार शाम को जलगांव जिले में बगल की पटरी पर बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में 13 लोग मारे गए और 15 लोग घायल हो गए।

 

चाय वाले ने चिल्लाकर कहा ‘कोच में आग लग गई’

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि एक चाय बेचने वाले ने पेंट्री से चिल्लाकर कहा कि ट्रेन के कोच में आग लग गई है। दो यात्री जो उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती से थे, ने इसे सुना और दूसरों को यह अफवाह फैला दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई।

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ट्रेन से बाहर कुदे डरे हुए यात्री

उन्होंने कहा कि डर की वजह से यात्री खुद को बचाने के लिए ट्रेन से कूद गए। ट्रेन की गति तेज थी, जिससे एक यात्री ने अलार्म चेन खींच दी। जब ट्रेन रुकी और लोग उतरने लगे तो वे कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई यात्रियों की मौत हो गई और शव क्षत-विक्षत हो गए।

अजित पवार ने यह भी कहा कि यह हादसा आग लगने की अफवाह के कारण हुआ। 13 मृत हुए लोगों में से 10 की पहचान हो गई है। जो दो यात्री अफवाह फैलाने वाले थे, वे भी इस दुर्घटना में घायल हुए। जिला मंत्री और अधिकारी मौके पर पहुंचे और कुछ समय बाद दोनों दिशा में ट्रेनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई।