Khajrana Ganesh Mandir : दान पेटी से निकले 44 लाख 80 हजार

1220

Khajrana Ganesh Mandir : दान पेटी से निकले 44 लाख 80 हजार

Indore : खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Mandir) की 33 में से 20 दानपेटियों की गणना की गई। इन पेटियों से अब तक 44 लाख 88 हजार रुपए नकद, चांदी के जेवर, पुराने चलन से बाहर हो चुके नोट व कई चिट्ठियां निकली है। शेष दानपेटियों की गणना चल रही है।

रविवार 24 अक्टूबर रात तक सभी पेटियों की दानराशि की गणना हो जाएगा। इस वर्ष फरवरी में दानपेटियों से एक करोड़ से अधिक की राशि निकली थी।

https://narcoticsindia.nic.in/

मंदिर के पुजारी महेश दुबे ने बताया कि हर साल दो से तीन बार दानपेटियों की गिनती होती है। दानपेटियों से मिलने राशि का उपयोग मंदिर विकास पर खर्च किया जाता है।

Khajrana Ganesh
Khajrana Ganesh

दानराशि की गणना सुबह 11 से शुरू की गई है, जिसमें 22 कर्मचारी कैमरे की निगाह में गणना कर रहे हैं।Khajrana Ganesh दान पेटियों से 500 के पुराने 92 नोट, 1000 के पुराने 2 नोट, चांदी के 25 सिक्के, बच्चों के 10 कड़े, बिछिया, रजिस्ट्री की फोटोकापी और 4 से अधिक चिट्ठियां मिलीं।

Swati Tiwari की kahani :‘कोई परिचित’

इनमें लिखा हैKhajrana Ganesh भगवान मुझ पर 67 हजार का कर्ज हो गया है, उसे माफ करा दीजिए।

खजराना गणेश मंदिर का निर्माण रानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। यह मंदिर भारत के प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। ज्यादातर बुधवार एवं रविवार को विशाल संख्या मे लोग दर्शन करने के लिए इस मंदिर में आते हैं।

Shooting in Mahakal : दर्शन व्यवस्था बदले जाने का विरोध

indore khajrana ganesh temple priest found corona positive mplive

एक स्थानीय मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में पूजा करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस मंदिर का मुख्य त्योहार विनायक चतुर्थी है और इसे अगस्त और सितंबर के महीने में भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है

मंदिर को सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है। मंदिर का प्रबंधन भट्ट परिवार द्वारा किया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि औरंगजेब से मूर्ति की रक्षा करने के लिए, मूर्ति को एक कुएं में छिपा दिया गया था और 1735 में, इसे कुएं से निकाल लिया गया था और 1735 में एक मंदिर की स्थापना अहिल्याबाई होल्कर द्वारा की गई थी.