खजुराहो कांड: चौथा कर्मचारी भी नहीं रहा, कलेक्टर ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश चौबे को कारण बताओ नोटिस किया जारी

कलेक्टर ने मृतक के परिजनों को तत्काल 20 हजार की आर्थिक सहायता की स्वीकृत

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खजुराहो कांड: चौथा कर्मचारी भी नहीं रहा, कलेक्टर ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश चौबे को कारण बताओ नोटिस किया जारी

छतरपुर: बीते दिनों खाना खाने से बीमार हुए गौतम होटल, खजुराहो के एक अन्य अस्थाई कर्मचारी हार्दिक सोनी पिता प्रभात सोनी निवासी वार्ड क्रमांक 12, राजनगर की ग्वालियर में इलाज के दौरान दु:खद मृत्यु हो गई।

इस हृदयविदारक घटना पर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल संज्ञान लिया। कलेक्टर के निर्देश पर मृतक के परिजनों को रेड क्रॉस सोसायटी से 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि तुरंत स्वीकृत कराई गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सहायता कोष से अतिरिक्त अनुदान राशि प्रदान किए जाने हेतु प्रकरण शीघ्र प्रेषित करने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि पीडि़त परिवार को हर संभव सहयोग मिल सके।

इसके साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश चौबे को जिले में लगातार वीवीआईपी मूवमेंट होने के बावजूद खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की कार्यवाही के संबद्ध में लापरवाही पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे 15 दिसंबर 2025 तक शाम 4 बजे तक स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस प्रकार की संवेदनशील घटनाओं के लिए जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि हर संभव मदद के लिए आंगे भी तत्पर है।

खजुराहो के गौतम होटल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से सस्पेंड

विगत दिनों खजुराहो के गौतम होटल के कर्मचारियों का होटल में खाना खाने के बाद स्वास्थ्य बिगड़ा था। जिससे 4 कर्मचारियों की दु:खद मृत्यु भी हो चुकी है। सीएमएचओ डॉ. आर.पी. गुप्ता ने बताया कि कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देशन में होटल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है।

●क्या था मामला..

सोमवार को खजुराहो के गौतम होटल एंड रिसॉर्ट में काम करने वाले कर्मचारी रवि कोंदर, दयाराम रैकवार, रामस्वरूप कुशवाहा, हार्दिक सोनी, बिहारी पटेल, गिरजा रजक, प्रागीलाल कुशवाहा, दयाराम कुशवाहा, गोविंद कुशवाहा, राजकुमारी और रोशनी की अचानक तबियत बिगडऩे पर उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चूंकि सभी कर्मचारियों की हालत खराब थी, इसलिए उन्हें तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जिला अस्पताल में इलाज के बाद जब कुछ कर्मचारियों की हालत ठीक नहीं हुई तो चिकित्सकों ने ग्वालियर रेफर किया, जहां 9 दिसम्बर की सुबह प्रागीलाल कुशवाहा, गिरजा रजक और रामस्वरूप कुशवाहा ने दम तोड़ दिया, जिसकी पुष्टी सीएमएचओ डॉ. आरपी गुप्ता ने की थी।