Kissa-A-IAS: ईमानदारी और जागरूकता की मिसाल बनी ये IAS अधिकारी

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Kissa-A-IAS: ईमानदारी और जागरूकता की मिसाल बनी ये IAS अधिकारी

इस बात से इंकार नहीं कि कुछ लोग अपने जीवन में लोकप्रियता लिखवाकर आते हैं। लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि वे अपने कर्म के प्रति ईमानदार रहें। ऐसे अफसरों में मध्यप्रदेश कैडर की IAS तपस्या परिहार का नाम लिया जा सकता है, जो इन दिनों चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने 50 हजार की रिश्वत की पेशकश करने वाले सरकारी शिक्षक को जेल भिजवा दिया।

Kissa-A-IAS: ईमानदारी और जागरूकता की मिसाल बनी ये IAS अधिकारी

तपस्या छतरपुर जिला पंचायत की CEO हैं। यह निलंबित शिक्षक अपनी पोस्टिंग बहाल करने के लिए नोट की गड्डी लेकर इस IAS अधिकारी के पास पहुंच गया। वह इस महिला अधिकारी की ईमानदारी खरीदना चाहता था। सस्पेंड शिक्षक की रिश्वत की पेशकश की बात सुनते ही इस IAS अधिकारी ने भ्रष्ट सरकारी टीचर को सबक सिखा दिया। उन्होंने तत्काल पुलिस को फोन कर शिक्षक को तत्काल अरेस्ट करवाया।

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तपस्या परिहार अपने फैसले को लेकर सुर्खियों में आ गई। उनकी गिनती मध्य प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। वे इससे पहले भी चर्चा में आई थी। भारतीय प्रशासनिक सेवा में 2017 बैच की इस IAS अधिकारी ने अपनी शादी में पिता को कन्यादान करने से मना कर दिया था। अपने पिता से कहा कि वह कोई दान करने की चीज नहीं है, बल्कि उनकी बेटी है। उनके परिवार वालों के साथ ही वर पक्ष के लोग भी इस बात के लिए राजी हो गए कि बगैर कन्यादान किए भी शादी की जा सकती है। उनके इस फैसले की पूरे देश में चर्चा हुई थी।

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IAS तपस्या परिहार प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने बिना कोचिंग के यूपीएससी की तैयारी की और अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा क्लियर की थी। 2017 में उन्होंने यूपीएससी क्रैक किया था। यूपीएससी में तपस्या परिहार को 23वां रैंक हासिल हुई थी। 2021 में तपस्या परिहार ने आईएफएस अधिकारी गर्वित गंगवार को अपना जीवन साथी चुना।

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तपस्या परिहार ने अपनी स्कूल की पढ़ाई नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से की और उसके बाद पुणे स्थित इंडिया लॉ सोसायटी लॉ स्कूल से एलएलबी किया। लॉ करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और पहले अटेम्प्ट के लिए कोचिंग ली। लेकिन, वे असफल रहीं। इसके बाद उन्होंने दोबारा एग्जाम देने के लिए सेल्फ स्टडी और नोट्स बनाने पर फोकस किया। परीक्षा की तैयारी के दौरान तपस्या के परिजनों ने उनका काफी साथ दिया। तपस्या के चाचा विनायक परिहार सोशल वर्कर हैं और यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के दौरान उन्हें तपस्या को बहुत सपोर्ट किया। तपस्या की दादी देवकुंवर परिहार नरसिंहपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं। सेकंड अटेम्प्ट की तैयारी के दौरान तपस्या परिहार ने रिवीजन पर फोकस बढ़ाया। अपनी मेहनत के बलबूते उन्होंने साल 2017 की यूपीएससी परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल की। इसमें उन्होंने मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग की खूब प्रैक्टिस की। तपस्या को अग्रणी रैंक मिलने पर होम स्टेट मध्य प्रदेश मिला।