Kissa-A-IAS:चाय बेचने वाले का बेटा 24 साल की उम्र में बना IAS अफसर     

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Kissa-A-IAS:चाय बेचने वाले का बेटा 24 साल की उम्र में बना IAS अफसर     

 

राजस्थान के जैसलमेर जिले के सुमलाई गांव के कुशल दान ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनका एक बेटा देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफल होकर IASअधिकारी बनेगा। गांव में चाय बेचने वाले के बेटे देशल दान ने उस समय गांव और पूरे जिले को चौंका दिया, जब संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) CSE 2017 परीक्षा में 82वीं रैंक हासिल की। देशल के पिता ने उसकी पढाई के लिए कर्ज लिया था। वे अपने आर्थिक संघर्ष का असर बेटे के भविष्य पर नहीं पड़ने देना चाहते थे। इलाके में अच्छे शिक्षा संस्थानों की कमी के बावजूद देशल का IAS अधिकारी बनना बड़ी उपलब्धि है।

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देशल ने IAS बनने का बचपन का सपना दिल में दबाकर रखा था। क्योंकि, वे परिवार की स्थिति को जानते थे। उनके पिता के पास थोड़ी सी खेती थी। लेकिन, उससे परिवार के खर्च की पूर्ति नहीं होती थी, तो वे साथ में चाय की दुकान लगाकर अपने 10 लोगों के परिवार का खर्च चलाते थे। देशल जल्द सीखने वाला प्रतिभाशाली छात्र था। उनके परिवार में माता- पिता और 7 भाई बहन हैं. भाई-बहनों में वह दूसरे नंबर पर हैं। उनका जन्म एक साधारण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में हुआ। खराब आर्थिक स्थिति के कारण उनके सभी भाई-बहन पढ़ भी नहीं पाए। देशल और उनके बड़े भाई पढ़ाई में तेज थे। बड़े भाई का इंडियन नेवी में सेलेक्शन भी हो गया था। लेकिन, देशल जब 10वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे थे, तभी पनडुब्बी के एक हादसे में उनके बड़े भाई शहीद हो गए।

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इस घटना से देशल को बड़ा झटका लगा, लेकिन उन्होंने अपने आपको इससे उबारा और पढ़ाई में खूब मेहनत की। उन्होंने 12वीं कक्षा के बाद जेईई एग्जाम क्लियर किया और उन्हें आईआईटी में दाखिला मिल गया। यहां से उन्होंने इंजीनियरिंग की। ग्रेजुएशन के बाद उनके पास यह ऑप्शन था कि वे अच्छी सैलरी वाली प्राइवेट नौकरी कर लेते। लेकिन, उन्होंने अपने सपने को साकार करने की प्लानिंग की। तैयारी के लिए वह दिल्ली आ गए। जबकि, वे जानते थे कि वे आर्थिक कमजोरी के कारण महंगी कोचिंग नहीं कर सकते। उनके पास इतने पैसे और संसाधन भी नहीं थे, कि इसके लिए ज्यादा समय दे सकें। यह जानते हुए कि परिवार के लिए उन्हें मददगार बनना है, उन्होंने जल्द से जल्द परीक्षा क्लियर करने की तैयारी की।

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सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करना शुरू कर दिया। उनके अथक कोशिशों का ही नतीजा था कि उन्होंने अपने पहले ही अटेम्प्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्लियर कर ली। खास बात यह रही कि इसके लिए उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की, बल्कि खुद के दम पर सफलता हासिल की। उन्होंने साल 2017 की यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 82वीं हासिल की। देशल ने 24 साल की उम्र में परीक्षा दी और उस साल टॉपर्स में शामिल हुए। देशल दान IAS (कैडर राजस्थान-2018) फ़िलहाल एडीएम रामगंज मंडी (कोटा) में पदस्थ हैं। इससे पहले वे पाली में SDM पद पर तैनात रहे।

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Suresh Tiwari
सुरेश तिवारी

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