

Kissa-A-IPS: IPS Amrit Jain: बहुत दिलचस्प है इस IPS अफसर की कहानी, 4 बार क्रैक की UPSC, बनना चाहते थे IAS
सुरेश तिवारी
देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC है। इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं है। कई युवा कई प्रयास के बाद भी इसे क्रैक नहीं कर पाते। लेकिन, ऐसे युवा भी होते हैं जो फेल होने के बाद भी हार नहीं मानते और आखिरी समय तक मैदान में डटे रहते हैं। ऐसे ही एक युवा हैं अमृत जैन। उनका लक्ष्य तो IAS बनना था, पर चार बार UPSC क्रैक करने के बाद भी वे IAS नहीं बन सके। अब वे भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं।
उनके करियर की खास बात यह है कि उन्होंने 2018, 2019, 2020, और 2021 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की। जबकि, युवा एक बार यह मुश्किल परीक्षा पास करने में अपनी सारी प्रतिभा दांव पर लगा देते हैं। अमृत जैन राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं ,उन्होंने एनआईटी वारंगल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद चेक टेक्निकल यूनिवर्सिटी से हायर स्टडी की और हैदराबाद में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी की।
Read More…
Kissa-A-IPS :IPS Pooja Yadav: छोड़ी विदेश की नौकरी, रिसेप्शनिस्ट से बनी IPS
फिर कुछ नया करने का ख्याल आया तो UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी। तैयारी इतनी जबरदस्त रही कि बिना कोचिंग के चार बार UPSC परीक्षा पास कर ली। 2018 में उन्हें रिजर्व लिस्ट में रखा गया और बाद में वे भारतीय रक्षा लेखा सेवा में शामिल किए गए। 2019 में उन्हें 321 वीं रैंक, 2020 में 96वीं रैंक और 2021 में 179 वीं रैंक मिली। फ़िलहाल वे उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में ASP (सहायक पुलिस अधीक्षक) के पद पर तैनात हैं।
*भीलवाड़ा के अमृत जैन की कहानी प्रभावित करने वाली*
यह 2016 की बात है, जब इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भीलवाड़ा के रहने वाले इस युवक को हैदराबाद की एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिली। अच्छी कंपनी, बढ़िया सैलरी और शानदार पोस्ट। नौकरी में वह सब कुछ था, जो करियर को लेकर किसी युवा का सपना होता है। लेकिन, एक दिन इस युवक के मन में ख्याल आता है कि UPSC की परीक्षा पास कर सिविल सर्विस में करियर बनाया जाए। ओवर कॉन्फिडेंस इतना था कि युवक UPSC की परीक्षा ये सोचकर देने चला जाता है, कि इसमें केवल ऑप्शनल प्रश्न ही आएंगे। नतीजा, अपनी पहली ही कोशिश में युवक फेल हो गया।
इस पर भी हिम्मत नहीं टूटी और मजबूत तैयारी के साथ ये नौजवान अगले साल 2017 में फिर परीक्षा देने पहुंचता है। हालांकि, इस बार भी तैयारी उस स्तर की नहीं मिलती और प्रीलिम्स परीक्षा में वो एक नंबर से चूक जाता है। अब यही बात सीधे दिल को लग जाती है। सिलेबस की पूरी एबीसीडी खंगाली जाती है। तैयारी की रणनीति भी बदली जाती है। पुराने प्रश्न पत्र हल किए जाते हैं। मॉक टेस्ट दिए जाते हैं। अगले साल, जब यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट आता है, तो इस नौजवान को रिजर्व लिस्ट में जगह मिल जाती है। लेकिन, इस रिजल्ट पर भी उसके पैर नहीं रुकते। वो अगले तीन साल लगातार यूपीएससी की परीक्षा पास करता है और आखिरकार IPS अधिकारी बन जाता है।
*अलीगढ़ में हैं एएसपी के पद पर*
अमृत जैन फ़िलहाल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एडिशनल एसपी के पद पर तैनात हैं। 2018 में रिजर्व लिस्ट में रखे जाने के बाद अमृत जैन ने जब 2019 में परीक्षा दी, तो उन्हें 321वीं रैंक मिली। इसके बाद साल 2020 में 96 और 2021 में उन्होंने 179वीं रैंक हासिल की। वो IPS बन गए, लेकिन उनका IAS बनने का सपना अधूरा रह गया।
हालांकि, अमृत अपनी कामयाबी से खुश हैं। उनका मानना है कि हर उम्मीदवार UPSC की तैयारी करते वक्त IAS बनने का ही लक्ष्य सोचता है, लेकिन वहां तक पहुंचने वाले बेहद कम लोग ही होते हैं।
*बिना कोचिंग चार बार UPSC क्रेक*
बेहद साधारण परिवार से आने वाले अमृत ने चारों बार बिना कोचिंग ही परीक्षा दी और मेरिट लिस्ट में जगह बनाई। उनकी कहानी बेमिसाल है, उन छात्रों के लिए, जो अक्सर हालात के आगे हार मान लेते हैं। अमृत बताते हैं कि जब अपनी दूसरी कोशिश में वो महज एक नंबर से चूक गए, तो उन्हें झटका लगा। इसके बाद उन्होंने तय कर लिया था कि अब वो अपनी मंजिल पर पहुंचने से पहले चैन से नहीं बैठेंगे। हालांकि, अपने आगे के यूपीएससी के सफर के लिए उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और सेल्फ स्टडी पर ही फोकस किया।
*140 मॉक टेस्ट पूरे किए*
UPSC परीक्षा के लिए अमृत जैन ने राजनीति विज्ञान को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। परीक्षा के स्टेटिक भाग की अपनी समझ को मजबूत करने के लिए उन्होंने अलग-अलग तरह से गाइडेंस ली। मॉक टेस्ट पर उन्होंने सबसे ज्यादा जोर दिया। अपनी तैयारी के दौरान उन्होंने 140 मॉक टेस्ट पूरे किए। इनमें से हर टेस्ट एक से डेढ़ घंटे का था।
अमृत जैन का मानना है कि मॉक टेस्ट के जरिए आपको परीक्षा के सिस्टम को समझने में मदद मिलती है। साथ ही वो पढ़ाई के दौरान अनुशासनात्मक तरीके से आगे बढ़ने को भी महत्व देते हैं। 4 बार UPSC परीक्षा पास करने के बाद उन्हें IPS अधिकारी का पद मिला, उनका IAS बनने का सपना अधूरा रह गया। अमृत जैन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे IAS अधिकारी नहीं बन पाए लेकिन इसका कोई पछतावा नहीं, वे जहां हैं वहां बहुत खुश हैं।