

Kissa-A-IPS: IPS Parag Jain : ऑपरेशन सिंदूर के नायक अब है RAW के नए प्रमुख
सुरेश तिवारी
देश की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी RAW को 1989 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पराग जैन के रूप में नया प्रमुख मिला है। पंजाब कैडर से आने वाले पराग जैन ने अपने तीन दशक से ज्यादा लंबे करियर में आतंकवाद विरोधी अभियानों, अंतरराष्ट्रीय मिशनों और ऐतिहासिक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी उपलब्धियों से भारत की सुरक्षा को नई मजबूती दी है। उनकी नियुक्ति न सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे देश और जैन समाज के लिए गर्व का क्षण भी है।
*करियर यात्रा*
पराग जैन का सफर उत्तर प्रदेश के एक साधारण परिवार से शुरू हुआ। इतिहास में पोस्टग्रेजुएशन और MBA करने के बाद उन्होंने UPSC पास कर 1989 में पंजाब कैडर के IPS अधिकारी के रूप में सेवा शुरू की।
पंजाब में आतंकवाद के कठिन दौर में भटिंडा, मानसा, होशियारपुर जैसे संवेदनशील जिलों में SSP और DIG के पदों पर तैनात रहते हुए उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दिए। चंडीगढ़ में SSP रहते हुए भी उनकी कार्यशैली और नेतृत्व को खूब सराहा गया।
*मुख्य उपलब्धियां*
1. ऑपरेशन सिंदूर के मास्टरमाइंड—पाकिस्तान व पीओके में आतंकी ठिकानों की सटीक पहचान।
2. ARC के प्रमुख रहते तकनीकी व मानव खुफिया का बेहतरीन समन्वय।
3. कनाडा और श्रीलंका में भारतीय मिशन का हिस्सा, खालिस्तानी नेटवर्क पर कड़ी नजर।
4. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने और बालाकोट एयर स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका।
*ग्राउंड और टेक्निकल इंटेलिजेंस के महारथी*
RAW में उनका अनुभव बेहद व्यापक और बहुआयामी है। वे ग्राउंड इंटेलिजेंस (HUMINT) और टेक्निकल इंटेलिजेंस (TECHINT) दोनों में महारत रखते हैं।
कनाडा और श्रीलंका में भारतीय मिशन का हिस्सा रहते हुए, उन्होंने खालिस्तानी नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी। कई बार समय रहते सरकार को अहम जानकारी देकर देश को खतरे से बचाया।
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने और बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे बड़े राष्ट्रीय मिशनों में भी उनकी भूमिका बेहद अहम रही।
*ऑपरेशन सिंदूर*
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ है- इस ऑपरेशन में उन्होंने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों की सटीक पहचान और खुफिया जानकारी जुटाकर भारत को रणनीतिक बढ़त दिलाई। वे इस मिशन के मास्टरमाइंड माने जाते हैं, जिसने उन्हें देश का सुपर स्पाई बना दिया।
एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) के प्रमुख रहते हुए उन्होंने तकनीकी और मानव खुफिया का बेहतरीन समन्वय किया, जिससे RAW की ताकत और बढ़ी।
*व्यक्तित्व और प्रेरणा*
पराग जैन को उनकी सादगी, अनुशासन, रणनीतिक सोच और टीम वर्क के लिए जाना जाता है।
उनकी सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा है कि समर्पण, निष्ठा और संयम से कोई भी व्यक्ति देश की सबसे बड़ी जिम्मेदारी तक पहुंच सकता है।
उनकी नियुक्ति सम्पूर्ण जैन समाज के लिए भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिससे समाज में नई ऊर्जा और गर्व का संचार हुआ है।
*नवीन जिम्मेदारी*
अब सबकी निगाहें पराग जैन पर हैं- क्या वे RAW को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे..? देश को अपने नए ‘सुपर स्पाई’ से बहुत उम्मीदें हैं, और भरोसा है कि वे भारत की सुरक्षा को और मजबूत करेंगे।