
Lakhpati Didi Conference : शिवराज सिंह ने कहा, मेरी जिंदगी का मिशन बहनों की जिंदगी बदलना, महिलाएं ही बदलाव की वास्तविक जनक!
जम्मू-कश्मीर के खोनमोह में आयोजित ‘लखपति दीदी सम्मेलन’ में केंद्रीय मंत्री शामिल हुए!
Srinagar : केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू-कश्मीर के खोनमोह में ‘लखपति दीदी सम्मेलन’ में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को बदलाव की वास्तविक जनक बताते हुए कहा कि मेरी जिंदगी का मिशन बहनों की जिंदगी बदलना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी काम हो रहा है। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीदियों के आग्रह पर उनके साथ दोपहर का भोजन भी किया। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री जाविद अहमद डार भी मौजूद रहे।

जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों से आईं लाभार्थियों ने कार्यक्रम में आर्थिक आत्मनिर्भरता और परिवर्तन की प्रेरक यात्रा साझा की। इसकी प्रशंसा करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी का मिशन अपनी बहनों और महिलाओं की जिंदगी बदलना है। मैंने बचपन से ही अपने गांव में बेटियों के साथ भेदभाव होते देखा था। बेटा पैदा होने पर परिवार में खुशियां छा जाती थी और बेटी पैदा होने पर सबका चेहरा उतर जाता था। मेरे मन को बड़ी तकलीफ होती थी। तब मैं बच्चा था, लेकिन मन में दर्द उठता था कि बेटियों को भी जीने का हक है, बहनों को भी जीने का अधिकार है।
शिवराज सिंह ने कहा बहनों को सशक्त बनाना ही लक्ष्य
उन्होंने कहा कि मैं पढ़ने-लिखने में ठीक था, तो एक जगह कार्यक्रम में बोल रहा था कि बेटियों को आने दो, बेटे-बेटी में भेद न करो। एक माता ने कहा कि दहेज का इंतजाम तू करेगा क्या? तब मेरे मन में आया कि भाषण देने से काम नहीं चलेगा, मुझे कुछ करना होगा। मैं जब विधायक बना तो बेटियों की शादी कराने लगा। बाद में मुख्यमंत्री बना तो फैसला कर दिया कि बेटियों की शादी सरकार कराएगी। लाखों बेटियों की शादी हुई। बेटी को बोझ से वरदान बनाना था। मैंने अफसरों से कहा कि ऐसी योजना बनाओ कि बेटी पैदा होते ही लखपति हो। योजना बनी लाड़ली लक्ष्मी योजना। आज मध्यप्रदेश में 55 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं। मैंने जिन्हें लाड़ली लक्ष्मी का सर्टिफिकेट दिया था, आज वो कॉलेज जाने लगी हैं।

शिवराज सिंह ने कहा कि बहनों का राजनीतिक सशक्तिकरण हो, इसके लिए हमने स्थानीय चुनावों में 50% आरक्षण बहनों को दिया। मैंने मध्यप्रदेश में ‘लाड़ली बहना योजना’ बनाई, जिससे हर बहन के खाते में 1,250 रुपए जाने लगे, ये राशि बढ़कर 3,000 रुपए की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिंदगी बदलना है, तो अपने पैरों पर बहनों को खड़ा होना होगा। एनआरएलएम ने बहुत अच्छा काम किया। यहां हमारी बहनें कई तरह के काम कर रही हैं। कई बहनें एक लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी प्राप्त कर रही हैं। हर दीदी की आमदनी 1 लाख रुपए से ज्यादा होना चाहिए, यही मोदी जी का मंत्र है। दीदियों को लखपति बनाने का अभियान लगातार जारी है। मैं जब तक जियूंगा, तब तक मेरी सांस बहनों के लिए ही चलें, ये मेरी इच्छा है।
प्रेरणा बनी बहनों को प्रशंसा प्रमाण-पत्र
केंद्रीय मंत्री ने असाधारण उपलब्धि हासिल करने के साथ अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी बहनों को प्रशंसा प्रमाण-पत्र दिए। ये हैं मनीषा देवी, तजा बेगम, सोनी देवी, परवीना, सामिया जान और शुबीना जान। मंत्री जाविद डार ने केंद्रीय मंत्री शिवराज के दौरे के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर में ग्रामीण महिलाओं के लिए अधिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा, वहीं महिला लाभार्थियों ने ग्रामीण विकास विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और केंद्र व राज्य सरकार को सम्मान और आत्मविश्वास से भरा जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।





