LIFE LOGISTICS: सर्दी का सीजन: जानिए किन्हें जरूरत है स्पेशल केयर की
वैसे तो सर्दी का सीजन सबसे बढ़िया सीजन माना जाता है क्योंकि आपको अच्छे अच्छे ऊनी कपड़े कोट, शाल, स्वेटर-मफलर, टोपी, हाथ के मोजे सब कुछ पहनने को मिलते है।
ऐसी मान्यता भी है कि ठंड में दूसरे सीजन की बनिस्बत ज्यादा खा सकते हैं अतः खूब खाना खाए और खाना पचाने की क्रिया आपके शरीर को गर्म भी रखती है। गरिष्ठ खाना भी जल्दी पचता है।
परंतु यही सर्दी का सीजन कमजोर शरीर वालों के लिए, बुजुर्गों के लिए और बच्चों के लिए विशेष केयर करने का सीजन होता है। आज भी गांवों में जब घर में डिलीवरी होती है तो जच्चा बच्चा के कमरे में एक सिगड़ी जला कर रख देते हैं।
गांव में और शहरों में जहां भी मौका मिलता है, पूरा घर परिवार एक अलाव लगा कर बैठते है। अलाव के ताप से वायरस भी दूर होते हैं और शरीर में गर्माहट भी रहती है।
इस सीजन में बच्चे, बड़े, वृद्ध और बीमार अथवा कमजोर शरीर वालों का खास करके ध्यान रखना होता है कि वह बिना गर्म कपड़े पहने सर्दी में ना रहे, नंगे पैर न घूमे और यदि उन्हें कफ या नाक बहती है तो उसे बार-बार साफ करना चाहिये, नाक छिकवाने में शर्म महसूस ना करें। अपने पास हमेशा पेपर नैपकिन रुमाल या कोई कपड़ा याद से जरूर रखें। नाक या कफ गले में नहीं उतरना चाहिए वरना निमोनिया का खतरा हो जाता है।
और खास बात इस सीजन में प्यास कम लगती है तो बराबर पानी पिने पिलाने का ध्यान रखना चाहिए। एकदम ठंडा पानी ना पिये, उसे थोड़ा सा कुनकुना कर पिये। इन लोगों को बाहर ठंड में ज्यादा घूमने नहीं देना चाहिए और इस बात का ध्यान रखें कि वे समय-समय पर धूप में भी बैठे। सिगरेट पीने वालों को और तम्बाकू खाने वाले को बहुत सावधानी रखना होगी क्योंकि उन्हें फेफड़ों की परेशानी यानी चेस्ट इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है।
यह धारणा बिल्कुल गलत है कि ठंड में सिगरेट पीने से गर्माहट रहती है। रात को सोते वक्त यह बराबर ध्यान रखें कि बाहर कितनी भी सर्दी गिरे लेकिन आप उससे बचे रहें।
यह मौसम सबसे बढ़िया है। खूब सिजनल चीजें खाएं और सब्जी, फल फ्रूट भी खुब खाये। आप अपना वजन और इम्यूनिटी इस सीजन में जल्दी बढ़ा सकते हैं।