Lokayukta Action : लोकायुक्त ने ASI को 1 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा, साढ़े 12 लाख के लोन मामले में 20 लाख की डिमांड!

जानिए, क्या कहानी गढ़कर रिश्वत मांगी!

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Lokayukta Action : लोकायुक्त ने ASI को 1 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा, साढ़े 12 लाख के लोन मामले में 20 लाख की डिमांड!

Jabalpur : यहां स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का पूर्व असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया। लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार रात डिलीवरी बॉय बनकर उसे गिरफ्तार किया। ASI ने प्रॉपर्टी डीलर को बैंक लोन से जुड़े मामले की जांच रफा-दफा करने का भरोसा देकर 20 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। प्रॉपर्टी डीलर जब बैंक पहुंचा तो पता चला कि बैंक की तरफ से ऐसी कोई शिकायत पुलिस या STF में नहीं की गई। इसके बाद उन्होंने लोकायुक्त में शिकायत की, जिस पर कार्रवाई की गई।

पकड़ा गया ASI निसार अली पहले शहर के गोहलपुर थाने में पदस्थ रहा है। उसे पता था कि मोहम्मद जावेद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। वह जावेद की हर एक्टिविटी की जानकारी लेता रहता था। उसे जानकारी लगी कि बैंक का लोन नहीं चुकाने पर बैंक ने जावेद की गोहलपुर वाली प्रॉपर्टी (मकान) नीलाम कर दी। आरोपी ASI पुलिस डिपार्टमेंट में 26 साल से नौकरी कर रहा है। वह सिपाही पदस्थ हुआ था। 3 साल पहले STF में था। 3 दिन पहले ही यूनिट से हटाकर उसे लाइन भेजा गया है।

 

घूस मांगी 20 लाख रुपए

प्रॉपर्टी डीलर का कहना है कि 25 दिन पहले ASI ने पहली बार कॉल कर साइबर ऑफिस में बुलाया था। कुछ दस्तावेज दिखाए और कहा कि तुम्हारे खिलाफ बैंक से शिकायत आई है। इसकी जांच मिली है। शिकायत बड़े अधिकारियों तक पहुंच गई है। अब बच पाना मुश्किल है। इस दौरान उसके साथ 3 और साथी भी थे।

प्रॉपर्टी डीलर के मुताबिक ASI कुछ न कुछ दस्तावेज दिखाकर उन्हें परेशान कर रहा था। जिस प्रॉपर्टी के दस्तावेज दिखाकर वह परेशान कर रहा था, वो 12.5 लाख रुपए की थी। उसने केस निपटाने के नाम पर 20 लाख रुपए से डिमांड शुरू की। बाद में टुकड़ों में पैसा देने को कहा। धमकी दी कि पैसे नहीं मिले तो तुम्हारे साथ भाई भी जेल जाएंगे। वह 25 दिन से रोज वाट्सएप कॉल कर दमोह नाका बुलाता। मिलने जाते तो मोबाइल जब्त कर लेता था।

 

एक हफ्ते पहले लोकायुक्त से शिकायत की

एक हफ्ते पहले प्रॉपर्टी डीलर ने ASI के खिलाफ जबलपुर लोकायुक्त SP से शिकायत की। इधर, गुरुवार दोपहर उनके पास ASI का फिर कॉल आया। दमोह नाका के पास मिलने की बात कही गई। लोकायुक्त को पता था कि निसार अली पुलिस में है और टीम के सदस्यों को पहचान सकता है, इसलिए पुलिस ने डिलीवरी बॉय की टी-शर्ट पहनकर आसपास घूमना शुरू कर दिया। प्रॉपर्टी डीलर 1 लाख रुपए लिए खड़े थे।

 

पकड़ने पर भागने की कोशिश

आधा घंटे बाद गुरुवार रात 8.30 बजे ASI दमोह नाका आया और जावेद को आवाज देकर अंधेरे स्थान की तरफ ले गया। उसने उनका मोबाइल एक दुकान में रखवा दिया। लोकायुक्त के आते ही उसने भागने की कोशिश की। उसे गिरफ्तार कर टीम सीधा सर्किट हाउस-2 ले आई।

जबलपुर लोकायुक्त के मुताबिक आरोपी ASI निसार अली स्पेशल टास्क फोर्स में पदस्थ था। 3 दिन पहले यूनिट से उसे हटा दिया था। इसके बाद भी वह अपने आपको STF में पदस्थ होना बता रहा था। फिलहाल, उस पर केस दर्ज कर मुचलके पर रिहा कर दिया गया है।