Lokayukta Caught : अनाथ नाबालिग से 36 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने 2 को पकड़ा!
Khandwa : महिला एवं बाल विकास विभाग के दो कर्मचारियों को इंदौर लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। लोकायुक्त की टीम ने उन्हें 36 हजार रुपए की रिश्वत के साथ पकड़ लिया। आरोपी डाटा एंट्री ऑपरेटर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने एक अनाथ नाबालिग से ‘मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना’ की राशि जारी के संबंध में रिश्वत ली। कोरोना काल के बाद बनी इस योजना के तहत माता-पिता दोनों को गवां चुके बच्चों को 4 हजार रुपए प्रति महीने दिए जाते हैं।
लोकायुक्त डीएसपी आरडी मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि खंडवा के नाबालिग अमन राठौर ने लोकायुक्त एसपी इंदौर से शिकायत की थी, कि उनके पिता का निधन हो गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के तहत फार्म जमा किया था। आवेदक के पिता की मृत्यु होने से आवेदक एवं उसकी बहन के नाम से आवेदन कार्यालय द्वारा स्वीकृत किया गया। जिसमें प्रत्येक माह 4 हजार रुपए की राशि दोनों बच्चों की शिक्षा के लिए अलग-अलग स्वीकृत की गई थी।
इस योजना के तहत कोरोना महामारी में अथवा अन्य कारण से मां-पिता को खो चुके 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सरकार की ओर से हर महीने एक निश्चित राशि दी जाती है। 7 माह के हिसाब से 56 हजार रुपए कार्यालय द्वारा आवेदक के खाते में डाले गए थे। जिसमें से 36 हजार रूपए की राशि कार्यालय में सामाजिक कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ मनोज दिवाकर एवं कंप्यूटर ऑपरेटर संजय जगताप ने मांगी।
रिश्वत इसलिए मांगी थी कि कार्य को करने और भविष्य में भी ये राशि मिलती रहे, इसके एवज में मांग की गई। पेमेंट नहीं देने पर योजना का लाभ आगे नहीं दिए जाने का कहा गया। इसकी शिकायत आवेदक ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर से की। जिसका सत्यापन कराया गया। बातचीत के दौरान आरोपियों ने 36 हजार रुपए लेना तय किया। दोनों के खिलाफ एफआईआर कर शुक्रवार को खंडवा स्थित कार्यालय में 36 हजार रुपए की राशि लेते हुए ट्रैप कर लिया गया।