Lokayukta issued Warrant Against ACS: लोकायुक्त ने 1991 बैच के IAS अधिकारी के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया
लखनऊ: लखनऊ से एक बड़ी खबर आ रही है। वहां लोकायुक्त संगठन ने अपर मुख्य सचिव सहकारिता बी एल मीणा के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है। बताया गया है कि बी एल मीणा जब समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव थे तब उस समय के एक मामले को लेकर उन्हें पूछताछ के लिए लोकायुक्त संगठन द्वारा तलब किया गया था। उन्हें 15 अप्रैल को पेश होने का अंतिम नोटिस जारी किया गया था। इसकी अवहेलना पर उनके खिलाफ ₹10000 का जमानती वारंट जारी किया गया है। वारंट तामील कराने के लिए 18 मई को लखनऊ के पुलिस आयुक्त को आदेश भी दिया जा चुका है।
बता दें कि इस प्रकरण में मीना के अलावा तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, वरिष्ठ IAS अमित मोहन प्रसाद, शिवप्रसाद समेत सात आरोपियों के खिलाफ भी समन जारी हो चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकायुक्त संगठन में 2 वर्ष पहले लखनऊ की एक फर्म आर के इंजीनियर सर्विसेज के पार्टनर सतनाम सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अग्निशमन व्यवस्था के कार्यों की निविदा जारी करने में हुई अनियमितताओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री रमापति त्रिपाठी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, तत्कालीन प्रमुख सचिव समाज कल्याण बी एल मीना सहित सात अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे।
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इस शिकायत में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री पर शिकायतों को लगातार अनदेखा करने का आरोप लगाया गया है। शिकायत में मंत्री को घोटाले में आरोपी बनाने की मांग भी की गई थी। इसी तरह दोनों आईएएस अधिकारियों अमित मोहन प्रसाद और बी एल मीना पर पद का दुरुपयोग करने और आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त संगठन द्वारा जांच की गई और सभी संबंधित को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किए गए लेकिन बीएल मीना लगातार नोटिस की अनदेखी करते रहे और अब उनके खिलाफ जमानत वारंट जारी किया गया है और पुलिस आयुक्त से कहा गया है कि वे इस वारंट को तमिल कराएं।
बता दे कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के 91 बैच के अधिकारी बी एल मीना के खिलाफ उनके ही विभाग के कर्मचारी और अधिकारी गलत व्यवहार के आरोप लगा चुके हैं। यहां तक कि बताया गया है कि उनके द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की वजह से उनके ही विभाग के डायरेक्टर बालकृष्ण त्रिपाठी बीमार पड़ गए थे और उन्हें ब्लड प्रेशर बढ़ने के बाद दिल का दौरा भी पड़ गया था। इस संबंध में कई शिकायतें लोकायुक्त से जा चुकी है।
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