
Lokayukta Trap : 6 लाख की लोन राशि के एवज में 75 हजार मांगे, दूसरी क़िस्त लेते लोकायुक्त ने पकड़ा!
Khandwa : लोकायुक्त द्वारा रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त टीम रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ रही है। लेकिन, इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे। ताजा मामला खंडवा जिले का है जहां केनरा बैंक के प्रबंधक को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ा।
हरसूद स्थित कैनरा बैंक के मैनेजर राधा रमन सिंह राजपूत के खिलाफ रामपुरी रैयत गांव के रहने वाले दिव्यांग विनोद लोवंशी ने इंदौर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आवेदक विनोद लोवंशी ने बताया कि दूध डेयरी निर्माण के लिए उसके नाम पर 6 लाख रुपये का लोन सरकार से स्वीकृत होना था।
ये राशि स्वीकृत कराकर उसके खाते में डालने के एवज में बैंक मैनेजर ने उससे 75000 रुपये रिश्वत की मांग की। पहली क़िस्त के तौर पर 10000 रुपए रिश्वतखोर बैंक मैनेजर पहले ही ले चुका था। दूसरी किश्त में 5 हजार रुपये देने थे और तीसरी किस्त लोन की राशि खाते में आने के बाद देनी थी।
बैंक मैनेजर रंगेहाथ पकड़ाया
पहली किस्त देने के बाद आवेदक विनोद लोवंशी ने इंदौर लोकायुक्त कार्यालय में रिश्वतखोर बैंक मैनेजर के खिलाफ शिकायत की। लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर 5 अगस्त 2025 को जाल बिछाकर दूसरी किस्त के 5 हजार रुपये की रिश्वत देने के लिए आवेदक विनोद लोवंशी को रिश्वतखोर बैंक मैनेजर राधा रमन सिंह के पास भेजा। रिश्वतखोर बैंक मैनेजर ने जैसे ही रिश्वत ली तो सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।





