Magisterial Inquiry : शराब तस्करी मामले की मजिस्ट्रियल जांच की घोषणा, 6 जिलों से रिकॉर्ड मंगाया 

सालों से पदस्थ अधिकारियों का रिकॉर्ड तलब, बॉटलिंग प्लांट व गोडाउन की जानकारी मांगी

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Khargone- Big Decision By Administration

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Magisterial Inquiry : शराब तस्करी मामले की मजिस्ट्रियल जांच की घोषणा, 6 जिलों से रिकॉर्ड मंगाया 

Indore : गुजरात की सीमा से लगे तीन जिलों धार, झाबुआ और अलीराजपुर में चल रहा शराब के करोड़ों का अवैध कारोबार की ख़बरें इन दिनों सुर्खियों में है। बेखौफ शराब माफियाओं ने कुक्षी के एसडीएम IAS नवजीवन विजय पवार और नायब तहसीलदार राजेश भिड़े पर तीन दिन पहले जानलेवा हमला भी किया था। इस हमले के बाद पुलिस और प्रशासन की दो अलग-अलग जांच ने आबकारी में सालों से पदस्थ उन अधिकारियों की नींद उड़ा दी है, जो अब तक चांदी काटते आ रहे थे। कलेक्टर धार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच की घोषणा की है।

मजिस्ट्रियल जांच समिति के जांच अधिकारी और एडीएम श्रृंगार श्रीवास्तव ने शुक्रवार को इंदौर के संभागीय कार्यालय आबकारी को पत्र जारी करके उन तमाम अधिकारियों का रिकार्ड तलब किया है, जो जिले में बतौर वृत्त अधिकारी जमे हुए हैं। उनके कार्य विभाजन की भी जानकारी मंगाई गई है। धार के अलावा गुजरात सीमा से लगे झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी और खरगोन-इंदौर के भी वृत्त अधिकारियों का रिकॉर्ड मांगा गया। इन अधिकारियों के क्षेत्र में आने वाले बॉटलिंग प्लांट और भंडार गृह का भी रिकॉर्ड भी मजिस्ट्रियल जांच समिति ने तलब किया है। साथ ही इन प्लांट और भंडार गृह से परिवहन की जानकारी भी बुलाई गई।

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रिकार्ड उगले कई राज

मजिस्ट्रियल जांच के लिए यदि इंदौर का आबकारी कार्यालय यह रिकार्ड उपलब्ध करवा देता है, तो इससे कई राज सामने आने की उम्मीद है। खासतौर पर मप्र से गुजरात को जोड़ने वाले तीन जिलों के रिकॉर्ड अवैध शराब के सुपर कॉरिडोर का भी खुलासा करते है। ऐसे में आबकारी अफसरों पर भी जांच की आंच आने की संभावना बन जाएगी, जो अब तक कार्रवाई करने से बचते आए है। इस कारण अब ये अफसर ही रडार पर आ गए।

सालों से पदस्थ है धार में अधिकारी

आबकारी विभाग धार के भी वृत्त अधिकारी ऐसे हैं, जो सालों से यहां पदस्थ है। दिखावे के लिए अपने-अपने वृत्त में परिवर्तन करवाकर कागजों पर तबादला दिखाते रहते हैं। लेकिन, धार जिले का मोह नहीं छोड़ पाते है। जिले में अवैध शराब की करोड़ों की खेती के कारण आबकारी अफसरों का विशेष लगाव धार से रहता है। इनमें कई नाम शामिल है, जो आने वाले दिनों में सार्वजनिक होना है।

आबकारी की तरफ से कार्रवाई नहीं

कुक्षी के अवैध शराब मामले में अब तक पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। SP आदित्य प्रताप सिंह ने जांच में कुक्षी टीआई सीबी सिंह व निसरपुर चौकी प्रभारी को निलंबित भी कर दिया। इसके साथ ही आबकारी अधिकारी यशवंत धनौरा पर भी कार्रवाई की गई और उन्हें धार से हटाकर ग्वालियर कार्यालय भेज दिया गया। उनके साथ इंदौर के डिप्टी कमिश्नर संजय तिवारी भी कई मामलों के चलते इंदौर से रवाना कर दिए गए।