महाकाल भक्त मुख्यमंत्री से वृद्ध श्रद्धालुओं की मांग, पुनः परंपरागत मार्ग से निकले बाबा महाकाल की सवारी

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उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । प्रदेश एवं शहरों में कोविड वेक्सिनेशन का अभियान पूर्णता की और अग्रसर है।

बाबा महाकाल की कृपा से विगत माह से एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति उज्जैन में नहीं मिला है। मुख्यपर्व एवं शादी ब्याह के चलते बाज़ार भी अपनी पूर्णता लिए हुए है।

ऐसे में नगर के परम्परागत सवारी मार्ग के रहवासियों, दुकानदारों एवं बुजुर्ग श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल की सवारी पुनः परम्परागत सवारी मार्ग से निकाले जाने की मांग महाकाल भक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है|

परम्परागत सवारी मार्ग पर निवासरत 90 वर्ष के बुजुर्ग श्रद्धालु बंसीलाल जी गर्ग ‘काकाजी’ द्वारा बाबा महाकाल की सवारी का मार्ग परिवर्तित करने को लेकर अधिकारियों द्वारा कोरोना का हवाला देने एवं संक्रमण फैलने को कारण बताने पर नाराजगी जताते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं मुख्यमंत्री से प्रश्न किया गया है, कि “क्या बाबा महाकाल की सवारी के परम्परागत मार्ग से निकलने पर ही कोरोना संक्रमण फैलेगा?”

हजारों लाखों की भीड़ के साथ राजनैतिक आयोजनों को परमिशन दी जा रही है, पारम्परिक मेलों का आयोजन किया जा रहा है, रेल, बस परिवहन पूर्वतः प्रारम्भ कर दिए गए है, बाबा महाकाल की भस्म आरती में भी 1500 लोगो के शामिल होने की परमिशन दे दी गई है|

अब सवारी मार्ग भी पूर्ववत किया जाना चाहिए जिससे हम वृद्ध श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के दर्शन लाभ लेने का सौभाग्य पुनः प्राप्त हो सके| हम लोग अब मंदिर जाकर बाबा महाकाल के दर्शन करने की स्थिति में नहीं है।

मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यों के कारण दर्शन व्यवस्था जटिल हो गई है, दर्शन के लिए बड़ी दूर तक पैदल चलना हमारे लिये संभव नहीं है।

बाबा महाकाल स्वयं हमारे घर के बाहर हम लोगों को दर्शन देने एवं हमारा हाल जानने आते रहे है जो कोरोना के कारण बंद हो गया था| अब समय है इस व्यवस्था को पुनः पूर्ववत किया जावे|

इसी तरह सवारी मार्ग में पड़ने वाले मुख्य बाजारों के रहवासियों एवं दुकानदारों ने भी बाबा महाकाल की सवारी को परम्परागत मार्ग से निकालने का अनुरोध प्रशासन से किया है|