Make Me A Minister: MLA ने कहा- CM साहब मुझे मंत्री बना दो!जानिए क्या है माजरा!
रमेश सोनी की खास खबर
Bhopal : मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजय हुए विधायक कमलेश्वर डोडियार गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पहुंचे, जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे मंत्री बनना चाहते हैं ताकि अपने विधानसभा क्षेत्र का विकास कर सकें।
बता दें कि कमलेश्वर डोडियार रतलाम जिले के सैलाना क्षेत्र के ग्राम राधाकुॅंआ में एक झुग्गी में रहते हैं। वे गरीब मजदूर के बेटे हैं। और करीब 12 लाख रुपए उधार लेकर चुनाव लड़कर चुनाव जीते भी हैं। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को शिकस्त देकर यह विजय हासिल की हैं। यह सब कमलेश्वर डोडियार ने अपने बलबूते पर किया हैं। कमलेश्वर रतलाम से मोटरसाइकिल पर MLA लिखकर भोपाल पहुंचे थे।
इस बात का सीएम शिवराज सिंह चौहान को पता चला तो उन्होंने गुरुवार शाम को सीएम हाऊस से कार भेजकर कमलेश्वर को सीएम हाऊस बुलाया। कमलेश्वर को मिठाई खिलाकर जीत की बधाई दी। इस मौके पर कमलेश्वर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मंत्री बनाने का आग्रह किया। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कोई आश्वासन नहीं दिया हैं। कमलेश्वर की सीएम से मुलाकात उनके ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने कराई हैं।
*मजदूर से MLA बनने का सफर*
नोतरा, जिसके अन्तर्गत समाज के लोगों द्वारा बगैर ब्याज के रूपए दिए जाते हैं और उसे निश्चित समयावधि में लोटना पड़ता हैं।कमलेश्वर डोडियार ने चुनाव लडने के लिए सैलाना विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर मीटिंग बुलाई और नोतरा के माध्यम से 12 लाख रुपए एकत्रित किए। कमलेश्वर कहते हैं कि मैं मेरे क्षेत्र के लोगों की बुनियादी सुविधाओं को लेकर काम करुंगा, जिसमें बिजली, सड़क और पीने और खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो। इसके साथ ही बच्चों की शिक्षा की माकूल व्यवस्था जिसमें व्यवस्थित भवन, शिक्षक का अभाव ना हो, यह सब करने के लिए मैं आदिवासी मंत्री भी बनना चाहता हूं, ताकि समाज के लोगों की सहायता कर सकुं।
मैं 2015 से समाज के लिए काम कर रहा हूं।मेरे खाने और पहनने के लिए कपड़ों की व्यवस्था भी समाज के लोग करते हैं। मैं दिहाड़ी मजदूर रहा हूं।मेरा परिवार भी मजदूरी करता आया है। मैं विधायक बन गया हुं, अब मुझे मेरे वेतन भत्ते से जो रुपया मिलेगा उसे मैं नोतरा से मिले लोगों को वापस लौटाऊंगा। चुनाव लड़ने के लिए मेरे पास कुछ रुपए थे, बाकी रूपए की व्यवस्था नोतरा से हुई हैं। टोटल 12 लाख रुपए खर्च किए हैं जिसे मैं शीघ्र लौटा दुंगा।