Mandsaur News: 2 दिवसीय कालिदास प्रसंग आयोजन मंदसौर में

अंतरराष्ट्रीय कलाकार मंजिरी किरण की होगी प्रस्तुति

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मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मन्दसौर। मप्र शासन के संस्कृति विभाग के तत्वाधान में कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन द्वारा 25 व 26 फरवरी को दो दिवसीय कालिदास प्रसंग का आयोजन मंदसौर के संजय उद्यान स्थित पं.मदनलाल जोशी सभागार में होने जा रहा है।

कालिदास संस्कृत अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ.सन्तोष पंड्या ने बताया कि 25 फरवरी की शाम 6 बजे उद्घाटन समारोह होगा मंचीय आयोजन में सुश्री मंजिरी किरण महाजनी एवं समूह जयपुर द्वारा कथक शेली में मेघदूतम नृत्यनाटिका प्रस्तुत करेंगी|

स्थानीय कलाकारों के द्वारा टैलेंट आफ मन्दसौर नरेन्द्र कुमार त्रिवेदी के समूह द्वारा प्रस्तुति होगी।

उद्घाटन समारोह नवकरणीय ऊर्जा एवं पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग के मुख्य आतिथ्य सांसद श्री सुधीर गुप्ता के विशिष्ट आतिथ्य व वरिष्ठ विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता में होगा विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गोस्वामी पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नानालाल अटोलिया,पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल,
सारस्वत अतिथि वरिष्ठ संस्कृत विद्वान डॉ. रामकुमार शर्मा जयपुर, तथा वरिष्ठ रंगकर्मी श्रीपाद जोशी उज्जैन भी सम्मिलत होंगे।

25 फरवरी शुक्रवार की सुबह 10:00 बजे समारोह स्थल पर ही दशपुर की प्राचीन संस्कृति से जुड़े दुर्लभ सिक्कों एवं महाकवि कालिदास के चित्रों पर आधारित प्रदर्शित का शुभारंभ जिला कलेक्टर गौतम सिंह एसपी अनुराग सुजानिया व सीईओ जिला पंचायत कुमार सत्यम करेंगे।

* शोध संगोष्ठी – कालिदास साहित्य

26 फरवरी को प्रातः 11 बजे कालिदास साहित्य के विविध आयाम विषय पर शोध संगोष्ठी होगी दोपहर साढ़े बारह बजे मालवा का गौरवशाली इतिहास पर लोक लोकप्रिय व्याख्यान होगा जिसके वक्ता डॉ. आर सी ठाकुर महिदपुर रहेंगे अध्यक्षता पुराविद डॉ. कैलाश चन्द्र पांडेय करेंगे।

शोध संगोष्ठी में बाहर के व स्थानीय आमन्त्रित विद्वान डॉ. दिलीप पटेल पाटन, डॉ. सोनिया नाग भोपाल, डॉ. वन्दना व्यास, डॉ. एकता व्यास, डॉ. अमित शर्मा उज्जैन, डॉ. उषा अग्रवाल, डॉ. के आर सूर्यवंशी, डॉ. प्रीति श्रीवास्तव, डॉ. पंकज शर्मा, प्रो.अनिल कुमार आर्य, डॉ. सीमा जैन, डॉ. प्राची तिवारी, डॉ. वीणा सिंह, डॉ. जे एल आर्य, डॉ. निशा महाराणा, प्रो. गौरव कुमार पांडेय, श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, श्री विष्णुप्रसाद ज्ञानी, डॉ. संगीता सिंह रावत, सभी मन्दसौर शोध पत्रों का वाचन करेंगे।

उन्होंने बताया कि दोनों दिन प्रातः 10 बजे से रात्रि कार्यक्रम पर्यन्त कालिदास साहित्य आधारित चित्र एवं प्राचीन मुद्राओं की प्रदर्शनी अवलोकनार्थ रहेगी।

कालिदास प्रसंग के आयोजन में नगर व अंचल के साहित्य व सँस्कृति प्रेमी महानुभावों से कालिदास प्रसंग के दोनों दिनों के आयोजनों में उपस्थित होने का अनुरोध स्थानीय सहयोगी समूह के डॉ. घनश्याम बटवाल, ब्रजेश जोशी, महेश मिश्रा, नरेंद्र सिंह सिपानी, डॉ. ज्ञान चन्द्र खिमेसरा, बंसीलाल टांक, राव विजय सिंह, लाल बहादुर श्रीवास्तव, गायत्री प्रसाद शर्मा, वेद मिश्रा, सत्यनारायण सोमानी, डॉ. देवेन्द्र पुराणिक, सत्येंद्र सिंह, विकास भंडारी, राजेश दुबे, डॉ.रवींद्र पाण्डेय, अखिलेश शर्मा, नवनीत शर्मा, राजाराम तंवर, अजीजुल्लाह खान, सचिन पारिख आदि ने किया है।

*मेघदूत में वर्णन है दशपुर का*

महाकवि कालिदास जिनका जीवनकाल लगभग तीन हजार वर्ष पुराना माना जाता है उनके अमर ग्रन्थ मेघदूत में अष्टमूर्ति दशपुर व शिवना का उल्लेख है। 80 वर्षों पूर्व नगर के साहित्यकार द्वय गोलोकवासी पं.मदनलाल जोशी व स्व.मदनकुमार चौबे ने मन्दसौर में कालिदास जयंती मनाने की परम्परा आरम्भ की थी।विद्वानों की मान्यता है कि महाकवि कालिदास का जन्म मन्दसौर के खिलचीपुरा में हुआ था।

10 साल पहले मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति

मंदसौर नगर को पवित्र नगरी घोषित करने के उपलक्ष में 10 साल पहले सन 2012 में नगर के लगभग 150 गणमान्य जनों का प्रतिनिधिमंडल विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में भोपाल मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सम्मान करने गया था|

इसी अवसर पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी ने मंदसौर में कालिदास समारोह के आयोजन की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी थी जिस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तत्काल स्वीकृति देकर कालिदास अकादमी उज्जैन को इस कार्यक्रम के लिए अधिकृत किया था|

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद विधायक श्री यशपालसिंह सिसोदिया ने लगातार फॉलोअप कर इस कार्यक्रम को मंदसौर में आयोजित करने की पूरी पृष्ठभूमि तैयार की यह लगातार 8 वां आयोजन है।

अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार हैं मंजिरी किरण

कथक शैली में कालिदास केंद्रित नृत्यनाटिका का मंचन होगा जयपुर की मंजिरी किरण महाजनी के दल द्वारा।
वे अंतराष्ट्रीय कलाकार हैं अमेरिका स्विटजरलेंड, रूस, जापान, ऑस्ट्रिया आदि कई देशों में अपने दल के साथ सफल प्रस्तुति दे चुकी है।