Mobile Ban for Teachers Also : MP बोर्ड की परीक्षाओं में टीचर भी नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल!
Indore : एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं फरवरी में होंगी। इस बार इन दोनों परीक्षाओं के दौरान मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। यहां तक कि केंद्राध्यक्ष, शिक्षक और पर्यवेक्षक भी मोबाइल नहीं रख सकेंगे। अगर ऐसा कोई केस पाया जाता है तो उसे 10 साल तक की सजा हो सकती है।
2022 में हुई एमपी बोर्ड परीक्षा में मोबाइल फोन के माध्यम से ही पेपर लीक हुए थे, जिसके चलते विवाद हुआ था और बोर्ड को बदनामी का भी सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल कोई चूक नहीं करना चाहता, इसके लिए कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। माशिमं की 10वीं व 12वीं की परीक्षा में इस वर्ष करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।
मोबाइल फोन जमा कराना होंगे
नियम के तहत परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन पूरी तरह से बैन रहेंगे। यदि केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक सहित किसी भी स्टाफ के पास मोबाइल पाया गया तो उसे 10 वर्ष की सजा होगी और मंडल के परीक्षा कार्य से उन्हें डिबार किया जाएगा। अगर कोई केन्द्र पर मोबाइल लेकर पहुंचता है तो उसे बाहर ही जमा करना होगा। इसके लिए केंद्रों के बाहर लोहे की पेटी रखी जाएगी। इसमें मोबाइल को जमा करना होगा।
मोबाइल के बदले वैकल्पिक व्यवस्था
परीक्षा केंद्रों से माशिमं को सूचना देने या परीक्षा की निगरानी करने के लिए मोबाइल के बदले वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। लैंडलाइन फोन के उपयोग के साथ-साथ पोर्टल तैयार किया जा रहा है, ताकि परीक्षा केंद्रों से सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सके। इसमें ई-मेल के माध्यम से मंडल की पूरी कंट्रोलिंग होगी। आफलाइन प्रक्रिया को बंद कर ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। मंडल में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यहां पर हर जिले का प्रभारी बनाया जाएगा।