MP Assembly Election: मंदसौर जिले की 4 सीटों पर कांग्रेस – भाजपा समेत 17 नामांकन दाखिल

सोमवार नामांकन अंतिम दिन, दल और प्रत्याशी हुए सक्रिय

816

MP Assembly Election: मंदसौर जिले की 4 सीटों पर कांग्रेस – भाजपा समेत 17 नामांकन दाखिल

 

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर । जिले की चार विधानसभा सीटों के लिए नामांकन सिलसिला जारी है । सोमवार को अंतिम दिन है ।

मंदसौर के लिए 4 , सुवासरा – सीतामऊ के लिए 4 , गरोठ – भानपुरा के लिए 4 और एकमात्र सुरक्षित सीट मल्हारगढ़ के लिए 5 नामांकन प्रस्तुत हुए हैं । मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होना है और 2 नवम्बर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे ।

 

वर्तमान में चारों विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्ज़ा है । इनमें दो केबिनेट मंत्री भी शामिल हैं । भाजपा ने पुनः तीन सीटों पर वर्तमान विधायकों को टिकट दिया है । जबकि गरोठ – भानपुरा से विधायक देवीलाल धाकड़ के स्थान पर पूर्व विधायक चन्दरसिंह सिसोदिया को उम्मीदवार घोषित किया है ।

इधर कांग्रेस ने मंदसौर में उम्मीदवार बदल जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन को उतारा है । गरोठ – भानपुरा से पूर्व मंत्री सुभाष सोजतिया , सुवासरा – सीतामऊ से राकेश पाटीदार और मल्हारगढ़ से परशुराम सिसोदिया के नाम घोषित किये हैं । सभी पार्टी अधिकृत उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिये हैं । इस बार बहुजन समाज पार्टी ने चारों सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ उम्मीदवार उतारे हैं । अन्य निर्दलीय भी मैदान में हैं । सिर्फ मल्हारगढ़ में कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार के अलावा पार्टी के ही अन्य ने नामांकन प्रस्तुत किये हैं ।

चारों सीटों पर राजी – नाराजगी दोनों ही प्रमुख दलों में उभरी है । रूठने – मनाने , असंतोष समाधान प्रयास वरिष्ठ नेताओं द्वारा जारी है । सही स्थिति 2 नवम्बर गुरुवार को स्पष्ट होगी ।

 

उम्मीदवारों ने अपने अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क शुरू किया हुआ है । ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में दल बल साथ चुनाव प्रचार , जनसंपर्क , नुक्कड़ सभा की जारही है ।

निजी बातचीत में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी भरोसे में हैं कि विजय प्राप्त होगी । भाजपा को जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और काम का विश्वास है तो कांग्रेस कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का एजेंडा लेकर चल रही है । दोनों ही प्रमुख दलों ने वचन पत्र – घोषणा पत्र में लोक लुभावन वादे एक से बढ़कर एक मतदाताओं को रिझाने प्रस्तुत किये हैं ।

चुनावी माहौल के चलते आम मतदाता मौन है । पूछने – कुरेदने पर भी स्पष्ट नहीं जता रहा कि किसकी सरकार बनेगी या की पार्टी को मत देगा ।

यह अवश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने अपनी समस्याओं को मुखर होकर मंत्री और उम्मीदवार के समक्ष उठाया है । 18 सालों से सत्ता पर काबिज भाजपा विधायकों और मंत्रियों को ठंडे छींटे डालकर ग्रामीणों को सहलाया – समझाया जा रहा है ।

केंद्र और राज्य की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी वर्ग लेरहे हैं विकास और निर्माण कार्य भी हुए हैं पर अपेक्षा भी बढ़ रही है ।

 

इधर कांग्रेस आक्रामक होकर चुनाव में है । उसके पास खोने को कुछ नहीं है इस कारण योजनाओं में ,निर्माण कार्यों में, हितग्राहियों के लाभ में , पक्षपात में , कमीशन खोरी में , प्रताड़ना में , प्रशासन हस्तक्षेप में कई मामले उठाकर बदलाव के स्वर तेज़ कर रही है ।

 

जिले की मल्हारगढ़ सीट पर कांग्रेस के दो नेता परशुराम सिसोदिया और शामलाल जोकचंद्र अपनी उम्मीदवारी को लेकर आमने सामने हैं । पार्टी ने अधिकृत उम्मीदवार परशुराम सिसोदिया को बनाया है वहीं शामलाल जोकचंद्र का दावा है कि टिकट बदलाव होगा और वे ही जीत दर्ज़ करेंगे । शक्ति प्रदर्शन मल्हारगढ़ भोपाल दिल्ली तक जारी है । कार्यकर्ता दोनों के समर्थन में हैं ।

दोनों ही पहले विधानसभा चुनाव लड़कर हार चुके हैं ।

इसी तरह भाजपा में जिला पंचायत सदस्य बसंतीलाल मालवीय ने नामांकन भरा है । उनका कथन है कि जबसे परिसीमन में मल्हारगढ़ सीट आरक्षित हुई तभी से एक ही प्रत्याशी वर्तमान विधायक वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा हैं । इन्हें बदला जाना चाहिए ।

इस विरोध में क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की मांग पर नामांकन दाखिल किया है ।

 

मंदसौर से राजनीति के मंजे खिलाड़ी सात चुनाव में अबतक अपराजित भाजपा वर्तमान विधायक यशपालसिंह सिसोदिया के सामने राष्ट्रीय स्तर पर पंचायती राज कार्यो से सम्मानित ग्राम पंचायत पूर्व सरपंच और वर्तमान जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन को उतारा है । श्री जैन पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं । उनके खिलाफ भाजपा के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है ।

हालांकि भाजपा और कांग्रेस दोनों में ही आंतरिक नाराजगी और विरोध है ।

भाजपा के पास संगठन की मजबूत आस है वहीं कांग्रेस एकजुटता और रणनीतिक लड़ाई के लिए प्रयास कर रही है ।

आनेवाली 17 नवम्बर मतदान के लिए प्रशासन और पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं । मतदान अधिकारियों कर्मचारियों के प्रशिक्षण प्रक्रिया पूरी हुई है वहीं चारों विधानसभा सीटों के लिए ईवीएम मशीन भेजी गई है । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दिलीप कुमार यादव के मुताबिक ईवीएम वीवीपेट कंट्रोल यूनिट आवंटित की है । निर्धारित से 20 प्रतिशत अतिरिक्त मशीनें भेजी हैं

नई में 1133 मतदान केंद्र बनाए गए हैं । चार सीटों पर साढ़े दस लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे ।