
MP BJP President Election: 30 तारीख तक होगा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव
रामानंद तिवारी की रिपोर्ट
भोपाल।इंदौर सहित निवाड़ी भाजपा जिला अध्यक्ष की घोषणा शेष है। सूत्रों के अनुसार 26 जनवरी के पहले यह सूची घोषित की जा सकती है, ताकि 30 जनवरी तक होने वाले प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के पहले सभी जिलों की घोषणा हो जाए। भाजपा अपने संगठनात्मक 59 जिलों की घोषणा कर चुकी है और तीन जिले बाकी हैं। इंदौर के जिले और अध्यक्ष का आसानी से फैसला नहीं होगा।
दोनों ही पद भाजपा की राजनीति में मालवा में अहम माने जाते हैं और हर बड़ा नेता इस पर अपने समर्थक को देखना चाहता है। इसी को लेकर रस्साकशी का दौर चल रहा है, लेकिन पिछले पांच दिनों से इसको लेकर भोपाल में चर्चा नहीं होना किसी बड़े संकेत की ओर इशारा भी कर रहा है। सभी की निगाहें भोपाल की ओर हैं।
इंदौर शहर के बारे में कहा जा रहा है कि जब रायशुमारी के आधार पर ही फैसला लेना है तो जल्दी फैसला क्यों नहीं ले लिया जाता। रायशुमारी के आधार पर ही अध्यक्ष बनाने की बात कही जा रही थी तो फिर जिसे जितने वोट मिले हैं, उसी आधार पर अध्यक्ष बना दिया जाए। इंदौर में सुमित मिश्रा और टीनू जैन के बीच ही बड़ी कुश्ती चल रही है। खास बात यह है कि दोनों ही नाम एक खेमे के हैं और दोनों ही अपनी ओर से पूरा जोर लगा चुके हैं। अगर इन दोनों नामों पर विचार नहीं किया जाता है तो फिर तीसरा नाम आएगा और उसी चक्कर में सूची को होल्ड पर रख रखा है। ग्रामीण क्षेत्र में भी चिंटू वर्मा के अच्छे कामकाज के चलते उन्हें बरकरार रखने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय उनके पक्ष में हैं, लेकिन जिस तरह से मंत्री तुलसी सिलावट ने उनके नाम को लेकर आपत्ति लेकर अपनी ओर से नाम बढ़ाया है, उस पर फैसला नहीं हो पा रहा है। भोपाल के सूत्रों का कहना है कि हो सकता है 26 जनवरी के पहले इंदौर के दोनों अध्यक्षों सहित और निवाड़ी का फैसला हो जाए। अगर अध्यक्षों का फैसला पार्टी ले लेती है तो प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के पहले ये मैसेज जाएगा कि प्रदेश में सभी अध्यक्ष घोषित हो गए हैं। दूसरे प्रदेशों में भी प्रदेश अध्यक्ष घोषित होने लगे हैं, इसको लेकर भी पार्टी अब लंबे समय तक इन तीन अध्यक्षों को होल्ड करने के पक्ष में नहीं है। इससे कार्यकर्ताओं के बीच भी गलत संदेश जा रहा है और पार्टी की गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं।