MP Election : दिल्ली के हाथ में होगा मध्य प्रदेश के चुनाव का रिमोट कंट्रोल!

अमित शाह ने भी भांप लिया कि प्रदेश के हालात आसानी से जीतने लायक नहीं!

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MP Election : दिल्ली के हाथ में होगा मध्य प्रदेश के चुनाव का रिमोट कंट्रोल!

Bhopal : भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले नेता अमित शाह के लगातार होते मध्यप्रदेश के दौरों से साफ़ हो गया कि अब चुनाव की बागडोर प्रदेश संगठन या नेताओं के भरोसे नहीं छोड़ी जाएगी। अमित शाह की बैठकों का निष्कर्ष यही है कि प्रदेश का संगठन या नेताओं को चुनाव के हिसाब से बिगड़ी स्थितियां संभालने के लायक नहीं समझा गया। यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को चुनाव अभियान का मुखिया बनाया गया है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश भाजपा को अपने काबू में ले लिया। 26 की देर रात तक बैठक लेने के बाद 27 जुलाई की सुबह भोपाल होकर दिल्ली गए अमित शाह 29 जुलाई की शाम फिर भोपाल आएंगे। 30 जुलाई को वे इंदौर में बूथ सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनके उज्जैन जाने की भी संभावना है, पर कार्यक्रम अभी फाइनल नहीं हुआ।

भाजपा के इस बड़े नेता ने बुधवार से गुरुवार सुबह तक प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत की। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव टीम कराएगी। इसलिए सबको एकजुट होना पड़ेगा। शाह ने कोर कमेटी की बैठक में एक बार फिर कार्यकर्ताओं की पूछ-परख की बात की। इसका आशय है कि पार्टी से नाखुश चल रहे लोगों को भी चुनाव में काम मिलेगा। यदि किसी को मनाने की जरुरत पड़ी तो भूपेंद्र यादव-अश्विनी वैष्णव उनसे बात करेंगे।

अमित शाह ने कहा कि विजय संकल्प यात्राएं पांच जगहों से निकलेंगी। ये यात्रा उज्जैन, विंध्य, बुंदेलखंड और शहडोल से शुरू हो सकती हैं। यात्रा सितंबर के पहले सप्ताह से प्रारंभ होंगी और 20 सितंबर तक चलेंगी। समाप्ति पर प्रधानमंती नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा समेत बड़े नेता पहुंचेंगे।

इंदौर को इसलिए मिला कार्यकर्ता सम्मेलन का मौका
भोपाल में 26 को हुई बैठक में अमित शाह ने संगठन से पूछा कि प्रदेश का कौन सा संभाग बगैर प्रशासन के सहयोग से बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन कर सकता है! क्योंकि, मैं किसी शासकीय कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा। कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम होगा, वहीं जाऊंगा। इस पर महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में सम्मेलन की बात कही। इसके बाद 30 जुलाई को इंदौर में सम्मेलन की तैयारियां शुरू हुई। सम्मेलन में 9 जिलों की 37 सीटों से कार्यकर्ता शामिल हाेंगे।