MP News: गृह मंत्री का बड़ा आरोप, कमलनाथ सरकार ने बिना काम करवाए ठेकेदारों को किया था 877 करोड़ रुपए का भुगतान

तीन अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज

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भोपाल। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व की कांग्रेस की कमलनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कमल नाथ सरकार पर ठेकेदारों को बिना काम किए 877 करोड़ रुपए का भुगतान करने का आरोप लगाया है, साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में दोषी 3 अधिकारियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।

*टाटा और मेंटेना जैसी कंपनियां जांच के दायरे में*

पत्रकारों से चर्चा करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कमल नाथ सरकार ने अपने कार्यकाल में नहरों में पानी की जगह पैसा बहा दिया और पानी सुखा दिया। कर्ज के नाम पर किसानों को धोखा दिया और ठेकेदारों को एडवांस पैसा दे दिया। उन्होंने ने खुलासा करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने ठेकेदारों को 877 करोड़ रुपए बिना काम किए भुगतान कर दिया। उन्होंने कहा कि उस समय के तत्कालीन तीन अधिकारियों के ऊपर मामला दर्ज कर लिया गया है। टाटा और मेंटेना जैसी प्रमुख कंपनियों 0% काम के चलते जांच के दायरे में आ गई है। जांच पूरी होने के बाद इन कंपनियों पर अगली कार्रवाई की जाएगी

*जानिए क्या है पूरा मामला*

राज्य में वर्ष 2018-19 में सात सिंचाई परियोजनाओं में 877 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है. जांच में पता चला कि अधिकारियों ने काम पूरा होने से पहले ही चहेती कंपनियों को करोड़ों रुपए का भुगतान कर दिया था.

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के भोपाल मुख्यालय ने जांच में जल संसाधन विभाग के तत्कालीन प्रमुख अभियंता राजीव कुमार सुकलीगर, अधीक्षण यंत्री शरद श्रीवास्तव और मुख्य अभियंता शिरीष मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. जांच में पता चला कि अधिकारियों ने काम पूरा होने से पहले ही चहेती कंपनियों को करोड़ों रुपए का भुगतान कर दिया था.

प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य शासन से सूचना मिली थी कि प्रदेश में निर्माणाधीन 7 सिंचाई परियोजनाओं में निर्माणकर्ता कंपनियों को नियम विरुद्ध भुगतान किया गया है. इनमें से 3 परियोजनाओं में 489 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, जबकि काम शुरू ही नहीं हुआ था. इसी तरह अन्य सिंचाई परियोजनाओं में नियम विरुद्ध भुगतान किया गया. EOW की जांच में भी इन अधिकारियों ने भुगतान के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी.

*इन परियोजनाओं में हुआ फर्जीवाड़ा*

हनौता बांध एवं नहर प्रणाली, सागर

बण्डा बांध एवं नहर प्रणाली, सागर

गौंड बांध एवं नहर प्रणाली, सिंगरौली

निरगुढ़ बांध एवं नहर प्रणाली, बैतूल

घोघरी बांध एवं नहर प्रणाली, बैतूल

 

 काम अधूरा छोड़कर भागे ठेकेदार*

जांच में पता चला कि सिंचाई परियोजना में नहर निर्माण का भी काम शामिल था. ये परियोजनाएं अभी भी अधूरी हैं. अधिकतर निर्माणकर्ता कंपनियां काम छोड़कर जा चुकी हैं.