भोपाल: महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए बनाई गई ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क अगले महीने तक प्रदेश के 950 थानों में काम करना शुरू कर देगी। पहले चरण में मार्च में प्रदेश में सात सौ थानों में यह डेस्क शुरू की गई थी। अब सितम्बर में प्रदेश के 250 और थानों में इस डेस्क की शुरूआत होने जा रही है। केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना में राज्य और केंद्र सरकार दोनों बजट देते हैं। हर डेस्क पर करीब एक लाख रुपए खर्च किया जाता है।
प्रदेश के सात सौ थानों में शुरू की गई ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क के सार्थक परिणाम सामने आने के बाद अब प्रदेश के 250 और थानों में इस डेस्क को शुरू किया जा रहा है। इस डेस्क के लिए इन थानों में कुछ फर्नीचर और हर थाने पर एक-एक स्कूटी महिला पुलिसकर्मी को दी जाएगी। करीब एक लाख रुपए का खर्च हर डेस्क पर आता है। प्रदेश में करीब ढाई करोड़ रुपए इन डेस्क पर खर्च होने वाले है। ऐसा माना जा रहा है कि सितम्बर के अंत तक प्रदेश के 950 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित हो जाएगी।
बच जाएगें फिर भी कई थाने
प्रदेश के 950 थानों में महिला डेस्क शुरू होने के बाद भी कई थाने फिर भी इस डेस्क के बिना ही रहेंगे। पुलिस मुख्यालय की वुमन सेफ्टी शाखा ने प्रदेश के 200 और थानों में इस डेस्क की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही बाकी के थानों में भी इन डेस्क को शुरू करने की कवायद तेज हो जाएगी।