Need Bypass : बायपास न होने से मनावर इलाके में दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ा!

विधायक डॉ अलावा ने मुख्यमंत्री को बायपास के लिए पत्र लिखा! 

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Need Bypass : बायपास न होने से मनावर इलाके में दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ा!

मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट 

Manawar (Dhar) : जिले का मनावर सबसे व्यस्ततम शहरों में से एक है। यहां से चार प्रांतों के हाईवे गुजरते हैं, जिसमें एमएच (स्टेट हाईवे) 38, 39, 37 और एसएच 26 शामिल हैं। मनावर में अल्ट्राटेक, जीराबाद में सागर सीमेंट आदि बड़े उद्योगों के कारण मार्ग पर यातायात का भारी दबाव बनने लगा है। सीमेंट और उसके कच्चे माल की ढुलाई करने वाले सैकड़ों ट्राले और डंपर प्रतिदिन यहां के सभी मार्गों से आवागमन करते हैं। इसलिए यहां बायपास (रिंगरोड) बनना आवश्यक है।

इस संबंध में पहल करते हुए विधायक डॉ हीरालाल अलावा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि वर्ष 2024-2025 के आगामी बजट में मनावर बायपास को स्वीकृत किया जाए। डॉ अलावा ने पत्र में उल्लेख किया है कि मनावर में औद्योगिक वाहनों और अव्यवस्थित यातायात के कारण दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।

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शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या और यातायात के बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए प्रदेश सरकार अपने आगामी बजट में बायपास को जरूर स्वीकृत करें। क्योंकि, एक ट्राले के कारण कई बार ट्रैफिक इतना जाम हो जाता है कि मरीज को ले जाने वाली एंबुलेंस भी जाम में फंस जाती है। विधायक डॉ अलावा ने बायपास के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019-20 में मनावर का दस किलोमीटर रिंग रोड स्वीकृत था, लेकिन उसकी लंबाई का प्रस्ताव 17 किलोमीटर करके इसके निर्माण के प्रस्ताव को रोक दिया गया, बाद में पुन: रिंग रोड का 12.40 किलोमीटर का प्रस्ताव किया गया।

डॉ अलावा ने बताया कि वर्तमान में उक्त रिंग रोड की प्रशासकीय स्वीकृति के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) के अध्यक्षता वाली सक्षम वित्तीय समिति की 29 मई 2023 में हुई बैठक में रिंग रोड की स्वीकृति विचाराधीन है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने पत्र में आग्रह किया है कि रिंग रोड के अभाव में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मानवीय आधार पर मनावर के रिंग रोड को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ स्वीकृत किया जाए।