

New Guidelines for Bus Checking: परिवहन विभाग खरीदेगा 200 LED बटन, 65 ब्रेथ एनालाइजर और 20 लेजर स्पीड डिवाईस कैमरे
भोपाल: मध्यप्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने और अवैध वसूली की शिकायतों पर अंकुश लगाने परिवहन विभाग दो सौ एलईडी बैटन, 65 ब्रैथ एनालाईजर और बीस स्पीड डिवाईस कैमरे खरीदने जा रहा है। वहीं परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने वाहनों की चैकिंग के लिए नई गाइडलाईन जारी कर बिना वर्दी चैकिंग पर रोक लगा दी है।
प्रदेशभर में बिना फिटनेस जांच किए चल रहे ऐसे वाहन जो प्रदूषण फैला रहे है और दुर्घटनाओं को आमद दे सकते है उनकी चैकिंग में अब तेजी आएगी। शहरों में बिना सीट बैल्ट, बिना हेलमेट वाहन चला रहे चार पहिया और दुपहिया वाहनों की चेकिंग भी तेज की जाएगी। चौराहों, सिग्नल पर लाल बत्ती के दौरान भी वाहन चालन, जेब्रा क्रासिंग के आगे वाहन चालन, ओवर टेकिंग, रांगसाइड वाहन चालन, वाहनों में खराब इंडीकेटर, आधी-अधूरी, न दिखने वाली नंबर प्लेट लगाए घूम रहे वाहनों और चोरी के वाहनो से आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे वाहन चालकों पर अब कड़ा शिकंजा कसा जाएगा। वहीं नशा करके वाहन चलाने वालों पर भी लगाम लगाई जाएगी।
परिवहन विभाग ने एलईडी बैटन का उपयोग वाहनों की जांच करने के दौरान करने के निर्देश दिए है। वहीं 65 नए ब्रेथ एनालाईजर खरीदे जा रहे है जिनका उपयोग शराब पीकर वाहन चलाने वालों की सघन जांच में किया जाएगा। तेज गति से वाहन चलानों वालों पर भी नियंत्रण किया जाएगा इसके लिए 20 नये लेजर स्पीड डिवाईस कैमरे खरीदे जा रहे है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस उपकरणों की खरीदी-
जो एलईडी बैटन खरीदी जाएंगी उनकी लेंथ 319 एमएम और डायामीटर 33 एमएम का होगा। ग्रिपिंग हेंडल मटेरियल भी एबीएस से लैस होगा। ब्लिंकिंग पोर्शन मटेरियल पॉलीकारबोनेट से बना होगा। इसके जरिए पांच सौ मीटर तक के वाहनों पर नजर रखी जा सकेगी। जो एलईडी इसमें लगेंगी उनमें छह लाल, छह हरी और एक सफेद फिक्ड एलईडी बोर्ड में होगी। हरी और लाल कलर के ब्लिंकिंग मोड होंगे। ये एलईडी बैटन बीस से 24 घंटे फुल चार्ज होंने के बाद काम कर सकेंगे। लाल और हरी कलर की ब्लीकिंग मोड इसमें होंगे। दो से तीन घंटे में ये आटो शट आॅफ हो जाएंगे। मल्टीफंक्शनल स्विच इसमें रहेंगे।
जो बे्रथ एनालाईजर लिए जा रहे है वे प्रीमियम इलेक्ट्रेकेमिकल प्यूल सेंसर से लैस रहेंगे।इसमें सभी तरह के सेंपल लिए जा सकेंगे। सेंपल एरर भी यह बताएगा। नार्मल टेस्ट मोड, त्वरित टेस्ट मोड इसमें रहेंगे केवल पांच सेकंड में यह टेस्ट कर लेगा।एनालिसिस में केवल ढाई सेकंड लगेगा। टेस्ट रिजल्ट मेें ड्राइवर का पूरा ब्यौरा यह साथ में देगा। दो एलकलाईन बैटरी इसमें लगी रहेगी। दो हजार जांच इसमें स्टोर हो सकेंगी। पेसिव मोड में दस हजार जांच यचह कर सकेगा। माउथ पीस सहित सभी जरुरी तकनीकों से यह लैस रहेगा।
लेजर स्पीड डिवाइस कैमरे के साथ लिए जाएंगे। इनसे दस मीटर से एक हजार मीटर दूरी से वाहनों की स्पीड मापी जा सकेगी। लेजर हुड इसमें रहेगी। दस से 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़तार इससे मात्र 0.3 सेकेंउ में नापी जा सकेगी।इसमें स्पीड एकूरेसी, डिस्टेंस एकूरेसी लेजर बीम भी रहेगा। दिन में ढाई सौ मीटर तक की इमेज इससे कैप्चर हो जाएगी। आॅटोमेटिक व्हालेशन इसमें कैप्चर हो जाएगा। एआई मॉडयूल्स भी इसमें लिया जा सकेगा। नंबर प्लेट से यह पूरी जानकारी के साथ रिकार्डिग कर सकेगा। सभी आधुनिक सुविधाओं से यह लैस होगा।
बाडी वार्न कैमरे से लाइव होगी वाहन चैकिंग, प्राइवेट व्यक्ति बैन-
परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने प्रदेश के सभी परिवहन चैकपाईट और सभी संभागीय परिवहन सुरक्षा स्क्वॉड के लिए वाहनों की चैकिंग के लिए नई गाइडलाईन जारी की है। चेकिंग में बाडी वार्न कैमरा हमेशा चालू रखना होगा। इनमें से एक बाडी बार्न कैमरा लाईव मोड में रखना होगा ताकि उसका राज्य स्तर पर नियंत्रण किया जा सके। कैमरे रिकार्डिग मोड में रहेंगे। पर्याप्त चार्ज और स्टोरेज इसमें रखना होगा। ताकि शिकायत आने पर सही स्थिति देखी जा सके। ड्राइवर और निजी व्यक्ति से विवाद भी इसमें रिकार्ड होगा।एक सहायक परिवहन उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी की मौजूदगी में ही चैकिंग होगी। चैकिंग के समय स्टॉफ वदी में हो और नेम प्लेट भी लगी हो। चेकिंग यूनिट के साथ ड्राइवर के अलावा प्राइवेट व्यक्ति नहीं होगा। चालानी कार्यवाही केवल पीओएस मशीन से होगी। वाहन चेकिंग के दौरान यूनिट एक बार में एक ही वाहन को रोकेगा। किसी भी वाहन को पंद्रह मिनट से ज्यादा नहीं रोका जाएगा। रात के समय चेकिंग में रोशनी और दुघर्टना मुक्त स्थान का चयन करना होगा। चेकिंग के लिए एलईडी बैटन और रिफलेक्टिव जैकेट पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए।