अब एक्शन, एक्शन और एक्शन…

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अब एक्शन, एक्शन और एक्शन…

भाजपा सरकार पूरी तरह से चुनावी एक्शन मोड में है। तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुपर एक्शन मोड में पहुंच गए हैं। हर एक्शन में गरीब,‌आदिवासी आंखों के सामने है, तो कर्तव्य पथ पर खरा न उतर पा रहे अफसरों की शामत आई है। लक्ष्य एक ही है कि मूल्यवान मतदाता के हित संरक्षित हो सकें और सुशासन का दावा भी मजबूत हो सके। इसकी झलक 3 दिसंबर 2022 को मंडला और डिंडोरी जिलों में देखने को मिली। औचक निरीक्षण पर हैलीकॉप्टर से उतरे शिवराज बिना तामझाम के गंतव्य पर गए, स्थितियों का जायजा लिया और गड़बड़ी दिखने पर सजा दी और बेहतर स्थिति मिलने पर अफसर-कर्मचारियों को सम्मानित किया। संदेश दिया कि किसी को नहीं छोडूंगा। यदि फर्ज का कर्ज सही ढंग से नहीं उतारा जा रहा है तो उल्टा लटकाने में देर नहीं करूंगा। और यदि काम बेहतर है तो सम्मानित करने का फर्ज निभाने में भी रत्ती भर कंजूसी नहीं करूंगा।
डिंडौरी-मंडला में सीएम शिवराज सिंह चौहान औचक निरीक्षण करने पहुंच गए, तब ही अफसरों की सांसें फूलने लगीं होंगी। सीएम अचानक डिंडौरी जिले के शाहपुरा पहुँचे। बिना मोटर केड के साथ औचक निरीक्षण के लिए निकल गए।औचक निरीक्षण के दौरान शिवराज करीब एक किलोमीटर पैदल चले। दौरे को गोपनीय रखा गया। शिवराज ने डिंडौरी जिले में बेलगांव बदल मध्यम सिंचाई परियोजना का निरीक्षण किया। बेलगांव जलाशय का भी निरीक्षण किया। सीवेज की समस्या के बारे में अधिकारियों और स्थानीय लोगों से जानकारी ली।ग्रामीणों और किसानों से मुलाकात की।परियोजना का काम संतोषजनक नहीं मिलने पर तीन बड़े अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। जल संसाधन एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जी एस सांडिया, SDO बेलगांव एमके रोहतास और उपयंत्री एसके चौधरी को निलंबित करने के आदेश दिए। सीएम ने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर नल जल योजना के विषय के बारे में जानकारी ली।जनसंवाद कर सीएम शिवराज ने लोगों को सिंचाई जल की व्यवस्थित कार्ययोजना का आश्वासन दिया। सीएम ने बिलगड़ा हाई स्कूल का निरीक्षण किया। बच्चों से प्रतिदिन स्कूल, क्लास, पीरियड और शिक्षकों की उपलब्धता की स्थिति के बारे में बात की।सीएम शिवराज ने बच्चों से सवाल जवाब कर पढ़ाई की गुणवत्ता के विषय में जानकारी ली। जवाबों से संतुष्ट सीएम ने बच्चों को उपहार और आशीर्वाद प्रदान किया। तो उल्लास का क्षण सीएम ने प्राथमिक कक्षाओं में जाकर छोटे बच्चों के साथ फोटो खिंचवाई।‌ बड़झर गांव में संचालित बालक आश्रम में बच्चों की कक्षा में जाकर स्थिति का जाएजा लिया।छात्रावास के अधीक्षक कमलेश गोलियां को अनुपस्थित रहने पर निलंबित कर दिया।
डिंडौरी जिले से सीएम मंडला जिले के औचक निरीक्षण पर निकले। जिला अस्पताल मंडला का निरीक्षण किया।लापरवाही बरतने पर सिविल सर्जन शाक्या को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। तो अच्छा काम करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों का सम्मान भी किया। मंडला जिला अस्पताल में हॉस्टल अधीक्षक प्रभा गुमास्ते को सम्मानित किया।
तो अब यह तय है कि शिवराज के इस तरह के दौर चलते रहेंगे। औचक पहुंचकर जो देखेंगे, उस आधार पर ही तय‌ होगा कि सजा देने का वक्त है या सम्मान करने का टाइम है। बात इतनी सी है कि प्रदेश की किस्मत संवारने में किसका कितना योगदान है, उसी के आधार पर तय होगा कि कौन सम्मान का हकदार है और किसके हिस्से में दुत्कार आई है। यानि अब शिवराज का एक ही फार्मूला है, एक्शन, एक्शन और एक्शन…। ताकि मतदाता खुलेमन से 2023 में फिर मामा का भारी बहुमत से सिलेक्शन कर सके।