ओंकारेश्वर से जयप्रकाश पुरोहित की रिपोर्ट
ओंकारेश्वर: वैशाख मास की अमावस्या जो कि शनिवार होने से महत्वपूर्ण हो गई, साथ ही सत्तू अमावस्या है, इस पर्व पर करीब 50000 श्रद्धालुओं ने पवित्र नर्मदा नदी में स्नान कर ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वरजी के दर्शन लाभ लिए।
एक दिन पूर्व शुक्रवार से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। संगम घाट पर अच्छी खासी भीड़ रही। चतुर्दशी स्नान करने वाले लोग संगम पर स्नान करने पहुंचे।
अमावस्या पर्व पर प्रातः 4:00 बजे से मंदिर खोल दिया गया था। लगातार दर्शन करने वाले भक्तों का ताता लगा रहा। गर्मी का पारा 45 डिग्री होने के बाद भी भक्तों में अपार उत्साह देखा गया।
भक्तों ने मंदिरों में सत्तू चढ़ाया और उसके बाद सत्तू का दान किया और सत्तू ग्रहण किया।
आज सत्तू खाने का विशेष महत्व रहता है। प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए थे। वैशाख माह बड़ा महिना माना जाता है और इसमें दान धर्म का बड़ा महत्व बताया गया है।