Patient Creates Ruckus in Hospital : अस्पताल में मरीज का हंगामा, अस्पताल प्रबंधन पर लगाया चीटिंग का आरोप, बोला हाथ-पैर बांधकर रखा था!

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Patient Creates Ruckus in Hospital : अस्पताल में मरीज का हंगामा, अस्पताल प्रबंधन पर लगाया चीटिंग का आरोप, बोला हाथ-पैर बांधकर रखा था!

 

Ratlam : शहर के मोतीनगर क्षेत्र में किसी विवाद में घायल आरोपी को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां पर उसे होश नहीं आने पर डॉक्टरों ने उसे बाहर लें जाने की सलाह दी। इस पर परिवार के लोग उसे शहर की 80 फीट रोड स्थित जीडी अस्पताल ले गए और भर्ती कराया था। अस्पताल में मरीज को तकरीबन 3.30 घंटे में होश आ गया। मरीज का अस्पताल पर आरोप हैं कि स्टाफ ने पलंग पर हाथ-पैर बांधकर रखा। परिजनों से नहीं मिलने दिया उन्होंने हमारे साथ चीटिंग करते हुए 50 हजार रुपए लें लिए और भी रूपए की मांग की।

‌ सोमवार दोपहर को 1 बजे अर्धनग्न स्थिति में मरीज बंटी पिता अंबाराम निनामा अस्पताल से शोर मचाते हुए निकला इस दौरान वहां से गुजरने वाले लोगों की भीड़ हो गई थी और कुछ लोगों ने वीडियो भी बनाया था। घटना की जानकारी मिलने पर शहर की औद्योगिक क्षेत्र पुलिस मौके पर पहुंची थी और मरीज को समझा-बुझाकर वहां से रवाना किया परिवार के लोग उसे मेडिकल कॉलेज उपचार के लिए लें नए!

‌ मरीज ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि 3-30 घंटे उपचार के 50 हजार रुपए की मेडिसिन मुझे खिलाने के नाम वसूल लिए। जबकि मैं बेहोश था तो मेडिसिन कैसे खाई। मरीज ने आरोप लगाया कि मेरे हाथ-पैर बांध दिए और मुझे परिवार के लोगों से नहीं मिलने दिया। वह मुझे मारने की कोशिश कर रहें थे इसलिए सेल्फ डिफेंस में कैंची उठाकर बाहर भागा था। अस्पताल प्रबंधन ने डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी। इसलिए परिजनों ने 2 लाख रुपए की व्यवस्था भी कर ली थी।

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क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधक!

मरीज को मेडिकल कॉलेज से सोमवार की सुबह 10 बजे बेहोशी की हालत में भर्ती कराया था। जिसे गहन चिकित्सा इकाई में शिफ्ट कर उपचार किया गया था। दोपहर 12-45 बजे होश में आने के बाद परिजनों से मिलने की बात पर अस्पताल के बाहर हंगामा किया और स्टाफ पर हमला कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने 18 हजार रुपए लिए थे उपचार में 7-8 हजार रुपए लगे शेष राशि वापस देने बुलाया लेकिन वह नहीं आए। प्रबंधन पर जो आरोप लगाया वह निराधार है हमने भी औद्योगिक क्षेत्र थाने पर लिखित शिकायत दी हैं।

प्रबंधक: नन्दकिशोर पाटीदार!